राज्य ब्यूरो, पटना। अखिल भारतीय कांग्रेस की दिल्ली के रामलीला मैदान में 14 दिसंबर को एसआइआर के खिलाफ होने वाली रैली की सफलता के लिए प्रदेश कांग्रेस जुट गई है। पार्टी ने बुधवार को 40 जिलों के लिए पर्यवेक्षक नियुक्त कर दिए। ये पर्यवेक्षक अपने जिलों में रैली की सफलता के लिए पार्टी नेताओं-कार्यकताओं को जागरूक करेंगे और रैली में उनकी भागीदारी भी सुनिश्चित करेंगे। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
पार्टी के प्रदेश नेतृत्व ने पर्यवेक्षकों से साफ कहा है कि दिल्ली की रैली पार्टी के लिए निर्णायक मोड़ साबित हो सकती है। पार्टी इसे सरकार की नीतियों और एसआइआर के निर्णय के विरोध का बड़ा मंच मान रही है। पर्यवेक्षकों को जिलों में आयोजित बैठकों, ब्लाक स्तर पर संवाद, इंटरनेट मीडिया कैंपेन और परिवहन व्यवस्था पर विशेष ध्यान देने का निर्देश दिया गया है।
इसके अलावा, पार्टी ने पांच दिसंबर को पटना के सदाकत आश्रम में सभी पर्यवेक्षकों की बैठक भी बुलाई है। बैठक में पर्यवेक्षकों से विस्तृत प्रेजेंटेशन भी लिया जाएगा, ताकि यह आकलन किया जा सके कि किस जिले से कितने कार्यकर्ता दिल्ली पहुंचेंगे और उनकी यात्रा की व्यवस्था किस स्तर पर है। कांग्रेस नेतृत्व का मानना है कि दिल्ली की रैली सरकार पर दबाव बनाने का बड़ा अवसर है।
पार्टी के अंदर भी इस रैली को लेकर उत्साह है, क्योंकि लंबे समय बाद कांग्रेस संसद तक अपनी आवाज को एक बड़े मंच से उठाने की रणनीति बना रही है। रैली में बिहार से भारी संख्या में भीड़ लेकर जाने के लिए पर्यवेक्षकों पर ही सबसे अधिक जिम्मेदारी होगी। |