अखिलेश के बरेली जाने से पहले गरमाई राजनीति, सपा प्रतिनिधि मंडल को रोका  
 
  
 
  
 
राज्य ब्यूरो, लखनऊ। सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के आठ अक्टूबर को बरेली और वहां से रामपुर जाकर पार्टी नेता आजम खां से मुलाकात के कार्यक्रम से पहले शनिवार को राज्य की राजनीति गरमा गई। आइ लव मोहम्मद विवाद में हुए उपद्रव और पुलिस कार्रवाई के बाद सपा के प्रतिनिधि मंडल को बरेली नहीं जाने दिया गया। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें  
 
प्रतिनिधि मंडल का नेतृत्व करने वाले नेता प्रतिपक्ष सहित कई सपा के सांसदों सहित कई नेताओं को नजरबंद कर लिया गया। सपा ने इसे लोकतंत्र की आवाज दबाने वाला कदम करार दिया है। इस कार्रवाई के बाद अब अखिलेश के प्रस्तावित दौरे पर सबकी निगाहें टिकी हैं।  
 
  
 
राज्य में कई जगहों पर आइ लव मोहम्मद के पोस्टर लगाने के बाद बरेली में 26 सितंबर को जमकर उपद्रव हुआ था। मामले में 81 आरोपितों की गिरफ्तारी हो चुकी है। शुक्रवार को सपा ने नेता प्रतिपक्ष के नेतृत्व में 14 सदस्यीय प्रतिनिधि मंडल को बरेली भेजने का निर्णय लिया था।  
 
सपा की ओर से कहा गया था कि पुलिस, निर्दोष लोगों पर कार्रवाई कर रही है। प्रतिनिधिमंडल पीड़ित परिवारों से मिलकर पार्टी को रिपोर्ट देगा। पीड़ितों की समस्याओं के निदान के लिए बरेली डीआइजी और कमिश्नर से मिलकर बात करेगा।  
 
  
 
शनिवार को नेता प्रतिपक्ष के राजधानी स्थित आवास पर सुबह ही पुलिस तैनात कर दी गई। उन्होंने घर से निकलकर गाड़ी में बैठने का प्रयास किया तो पुलिस ने रोक दिया। उन्होंने कहा कि स्थानीय पुलिस ने उन्हें एक नोटिस दिया है, जिसमें उन्हें घर पर ही रहने और बरेली न जाने का निर्देश दिया गया है।  
 
बरेली के डीएम का एक पत्र आया है। उन्होंने कहा है कि आपके आने से यहां का माहौल खराब होगा, इसलिए आपको यहां नहीं आना चाहिए। उन्होंने आरोप लगाया कि अपनी कमियों को छिपाने के लिए, वे हमें वहां नहीं जाने दे रहे हैं। अब हम अपनी पार्टी सदस्यों से बात करेंगे और उसके अनुसार निर्णय लेंगे।  
 
  
 
इस कार्रवाई के बाद सपा प्रमुख के भी अपने प्रस्तावित दौरे में पीड़ितों से मुलाकात की संभावना जताई जा रही है। अब तक प्रस्तावित कार्यक्रम के अनुसार सपा प्रमुख आठ अक्टूबर को हवाई मार्ग से बरेली पहुंचेंगे और फिर सड़क मार्ग से आजम खां से मिलने के लिए उनके रामपुर स्थित आवास पर जाएंगे। |