संवाद सूत्र, बड़हरागंज। कुशीनगर में बच्चों की मौत का सिलसिला रुकने का नाम नहीं ले रहा है। रोआरी के टोला नरकटिया में बुधवार की सुबह सात वर्षीय सलोनी की उपचार के दौरान मेडिकल कालेज अस्पताल गोरखपुर में मौत हो गई। टोले में अगल-बगल के तीन अन्य बच्चे भी बुखार और उल्टी-दस्त की चपेट में हैं। अनहोनी की आशंका को लेकर ग्रामीण सहमे हुए हैं। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
गांव पहुंची स्वास्थ्य टीम ने जांच के साथ उपचार शुरू कर दिया है। टीम के सदस्यों ने बताया कि मौत तेज बुखार व उल्टी दस्त के चलते हुई है। इससे पूर्व ढोलहा के गुलरिया में तीन बच्चों की लेप्टोस्पाइरोसिस से, पलट छपरा में एक की टीबी से तथा पिपरा खुर्द में दो की मौत हो चुकी है। पिपरा खुर्द में हुई मौत के कारण को लेकर बीमारी की जांच रिपोर्ट अभी आनी बाकी है।
बीते शनिवार को भरत चौहान की सात वर्षीय पुत्री सलोनी को बुखार के साथ उल्टी शुरू हुई। स्वजन सीएचसी रामकोला ले गए। तीन घंटे उपचार के बाद डाक्टरों ने जिला अस्पताल रेफर कर दिया। दो दिन उपचार के बाद स्थिति ठीक न होने पर डाक्टरों ने गोरखपुर मेडिकल कालेज अस्पताल रेफर कर दिया, जहां उपचार के दौरान बुधवार की सुबह तीन बजे मौत हो गई।
शव गांव पहुंचा तो स्वजन में कोहराम मच गया। अचानक हुई बीमारी से मौत से गांव के लोगो में डर है। टोले में दस वर्षीय पुष्पा, आठ वर्षीय किंजल, चार वर्षीय सोमनाथ भी बुखार -उल्टी-दस्त की चपेट में हैं। प्रभारी चिकित्साधिकारी छा जीसान ने बताया कि गांव में स्वास्थ्य टीम भेजी गई है। बीमार बच्चों को उपचार मुहैया कराया जा रहा, जांच भी कराई जा रही है। |