झारखंड लोक सेवा आयोग द्वारा चयनित 28 डीएसपी समेत कई पदाधिकारियों का बुनियादी प्रशिक्षण शुरू। फोटो जागरण
संवाद सहयोगी, हजारीबाग। झारखंड पुलिस अकादमी, हजारीबाग में झारखंड लोक सेवा आयोग द्वारा चयनित 28 पुलिस उपाधीक्षक, एक झारखंड गृह रक्षा वाहिनी, दो काराधीक्षक और चार प्राबेशन अधिकारी का बुनियादी प्रशिक्षण मंगलवार से शुरू हो गया।
राज्यभर से पहुंचे इन पदाधिकारियों ने पहले दिन चैलेंजेज इन इम्प्रूविंग द इमेज आफ पुलिस विषय पर आयोजित सेमिनार में भाग लिया। कार्यक्रम का उद्घाटन अकादमी परिसर स्थित सभागार में हुआ।
अकादमी पुलिस प्रशिक्षण के लिए देशभर में अपनी पहचान रखती है और यहां प्रशिक्षु अधिकारियों को व्यवहारिक, शारीरिक, कानूनी और नेतृत्व क्षमता विकसित करने पर विशेष जोर दिया जाता है।
पुलिस सेवा संवेदनशीलता और निष्पक्षता का दायित्व आरके मल्लिक सेमिनार में झारखंड पुलिस सेवा के पूर्व महानिदेशक आरके मल्लिक ने विभिन्न पहलुओं पर प्रशिक्षुओं को मार्गदर्शन दिया। उन्होंने कहा कि पुलिस सेवा अन्य सभी सरकारी सेवाओं से भिन्न है क्योंकि इसमें समाज के पीड़ितों को न्याय दिलाने का दायित्व सबसे अहम होता है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
मौके पर उपस्थित सेवानिवृत सेवानिवृत पुलिस उप महानिदेशक आरके मल्लिक ने कहा कि पुलिसकर्मी को अपने कर्तव्य निर्वहन के दौरान संवेदनशीलता, निष्पक्षता और दक्षता का परिचय देना चाहिए। मीडिया के साथ समन्वय बेहतर छवि निर्माण के लिए अत्यंत आवश्यक है।
वहीं निदेशक सह आइजी जेपीए ने कहा कि अनुशासन और इमानदारी से प्रशिक्षण पूरा करें। कहा कि यह प्रशिक्षण उनके भविष्य के पुलिस करियर की नींव है। उन्होंने सभी को अनुशासन, समयपालन और समर्पण के साथ प्रशिक्षण में शामिल होने की सलाह दी।
उद्घाटन सह प्रशिक्षण समारोह में उप-निदेशक रोशन गुड़िया, सहायक निदेशक (बाह्य) संजय कुमार, सहायक निदेशक (अंतः) विजय रंजन कुमार, अतिथि व्याख्याता, मुख्य विधि अनुदेशक बसंत कुमार, परिचारी प्रवर विकास कुमार सिंह, प्रशिक्षु पुलिस उपाधीक्षक और अकादमी के सभी पुलिसकर्मी उपस्थित थे। |