सारा मुलाली को कैंटरबरी का 106वां आर्कबिशप नामित किया (रॉयटर्स)  
 
  
 
  
 
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। बिशप ऑफ लंदन सारा मुलाली को शुक्रवार को कैंटरबरी का 106वां आर्कबिशप नामित किया गया। वह विश्व भर में 8.5 करोड़ एंग्लिकनों की आध्यात्मिक नेता बन गई हैं और 1,400 वर्ष से भी अधिक समय पहले स्थापित इस पद पर आसीन होने वाली पहली महिला बन गई हैं। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें  
 
सारा 2018 से बिशप ऑफ लंदन हैं। 11 साल पहले शुरू हुए सुधारों के कारण एक महिला का इस महत्वपूर्ण आध्यात्मिक पद तक पहुंचना संभव हो पाया है। वह पूर्व आर्कबिशप जस्टिन वेल्बी की जगह लेंगी, जिन्होंने पिछले साल नवंबर में इस्तीफे की घोषणा की थी।  
 
  
 
एक स्वतंत्र जांच में पाया गया था कि उन्होंने ईसाई शिविरों में एक स्वयंसेवक द्वारा किए गए यौन शोषण के बारे में जानकारी होने के बाद भी तुरंत पुलिस को सूचित नहीं किया।  
सारा मुलाली आर्कबिशप के रूप में जानी जाएंगी  
 
63 वर्षीय सारा को अब कैंटरबरी की आर्कबिशप के रूप में जाना जाएगा, जब तक जनवरी 2026 में लंदन के सेंट पाल कैथेड्रल में उनके निर्वाचन की पुष्टि नहीं हो जाती। पुष्टि होने के बाद वह कानूनी रूप से कैंटरबरी की आर्कबिशप बन जाएंगी। इसके लिए अगले वर्ष मार्च में कैंटरबरी कैथेड्रल में औपचारिक समारोह आयोजित किया जाएगा।  
 
  
नर्स रह चुकी हैं सारा मुलाली  
 
सारा पूर्व नर्स रह चुकी हैं। उन्होंने ब्रिटेन की मुख्य नर्सिंग अधिकारी के रूप में काम किया है। उन्होंने चर्चों में पारदर्शी संस्कृति की वकालत की है।  
 
उन्होंने एक बार कहा था कि नर्स और पादरी होने में बहुत समानताएं हैं। यह सब लोगों के बारे में है और लोगों के जीवन के सबसे कठिन समय में उनके साथ होते हैं। उन्हें 2002 में पादरी नियुक्त किया गया और 2015 में चर्च आफ इंग्लैंड में बिशप के रूप में नियुक्त होने वाली पहली महिलाओं में से एक बनीं।  
 
  
 
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