सोना-सैयद माजरा अंडरपास पर पलटी कार के अंदर दबे लोगों को निकालने की कोशिश करते लोग व मौके पर लगी लोगों की भीड़। सौ. ग्रामीण
जागरण संवाददाता, सहारनपुर। पंचकूला-देहरादून हाईवे पर सैयद माजरा अंडरपास के निकट शुक्रवार सुबह करीब सवा 10 बजे खनन सामग्री से लदे डंपर के नीचे दबने से कार सवार सात लोगों की मौत हो गई। मृतकों में मां-बेटा और रिश्तेदार शामिल हैं। पुलिस ने डंपर चालक को हिरासत में ले लिया है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
गंगोह निवासी मामा ऋषिपाल की मौत होने के चलते शुक्रवार सुबह करीब 10 बजे गागलहेड़ी थानाक्षेत्र के गांव सोना निवासी 26 वर्षीय संदीप, अपनी मां 55 वर्षीय रानी के साथ शोक में शामिल होने के लिए कार से ननिहाल जा रहा था। संदीप के साथ उसकी बहन 26 वर्षीय जुली देवी, बहनोई 28 वर्षीय शेखर सैनी, मौसी के बेटे 20 वर्षीय विपिन, भाई के ससुर 58 वर्षीय उमेश सैनी और तीन वर्षीय भांजा अनिरुद्ध भी कार में सवार थे।
सोना से सटे गांव सैयद माजरा में पंचकूला-देहरादून हाईवे पर चढ़ने के लिए उन्होंने सैयद माजरा अंडरपास पार किया और गंगोह जा रहे किसी अन्य रिश्तेदार का इंतजार करने लगे। इसी दौरान करीब 10:15 बजे छुटमलपुर की ओर से खनिज सामग्री लेकर तेज रफ्तार से 18 टायरा डंपर पीछे से रहा था। इसी बीच सैयद माजरा निवासी यूनुस अपनी बाइक से सामने से आ गया। उसे बचाने के लिए डंपर चालक ने तेज रफ्तार डंपर को अंडरपास में मोड़ दिया। रफ्तार तेज और अचानक कट लगाए जाने के चलते डंपर अनियंत्रित होकर संदीप की कार के ऊपर पलट गया। डंपर में लदी खनिज सामग्री में कार पूरी तरह दब गई।
आसपास के लोगों ने हादसे की जानकारी पुलिस को सचना दी। पुलिस ने क्रेन और जेसीबी बुलाकर डंपर को सीधा कराया और खनिज सामग्री के नीचे दबे कार सवारों को निकाला। कार पूरी तरह खराब हो चुकी थी। पुलिस ने ग्रामीणों की मदद से कार में फंसे लोगों को निकाला। पुलिस ने उन्हें सीएचसी फतेहपुर और एसबीडी जिला अस्पताल पहुंचाया, लेकिन चिकित्सकों ने बच्चे समेत सातों लोगों को मृत घोषित कर दिया।
वहीं, हादसे में सात लोगों की मौत की जानकारी मिलते ही आक्रोशित ग्रामीणों ने मृतकों के स्वजन को मुआवजा दिए जाने की मांग को लेकर हाईवे पर जाम लगाते हुए नारेबाजी शुरू कर दी। इस बीच हंगामा बढ़ते देख गागलहेड़ी के साथ ही फतेहपुर और देवबंद थाना प्रभारी भी फोर्स के साथ घटनास्थल पर पहुंच गए। इसी बीच कांग्रेस सांसद इमरान मसूद और सपा एमएलसी शाहनवाज भी घटनास्थल पर पहुंच गए और अधिकारियों से वार्ता की। घंटों तक ग्रामीण हाईवे पर डटे रहे।
इसी दौरान राज्यमंत्री जसवंत सिंह सैनी भी पहुंच गए। एडीएम सलिल कुमार पटेल और एसडीएम सुबोध कुमार ने शीर्ष अधिकारियों से बातचीत के बाद मृतक आश्रितों को मुख्यमंत्री राहत कोष से पांच-पांच लाख रुपये मुआवजा दिलाने और हरसंभव मदद का आश्वासन देकर ग्रामीणों को समझा-बुझाकर शांत किया। |