जागरण संवाददाता, नारनौल। सेवानिवृत्त आईपीएस अधिकारी के 39 जूते मारने के बयान पर इनेलो के राष्ट्रीय अध्यक्ष अभय सिंह चौटाला का पलटवार सामने आ गया है। उन्होंने आरोप लगाने वाले सेवानिवृत्त आईपीएस अधिकारी के विरुद्ध 100 करोड़ रुपये का मानहानि केस दर्ज करवाने की बात कही है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
उधर सेवानिवृत्त आईपीएस अधिकारी ने फिर दावा किया कि वे अपना पक्ष साबित करेंगे। अभय सिंह मानहानि का केस दर्ज करवाएं। यदि मैं गलत हुआ तो उनको 100 करोड़ रुपये दूंगा और नहीं तो उनको मुझे 100 करोड़ रुपये देने होंगे।
अभय सिंह चौटाला की प्रतिक्रिया भी इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित हो गई है। अभय चौटाला ने कहा कि इनेलो की बढ़ती लोकप्रियता और जनता के समर्थन से परेशान राजनीतिक विरोधियों द्वारा आजकल झूठ, फरेब और गलत बयानबाजी के माध्यम से साजिशें रची जा रही हैं।
\“इनेलो न झूठ का सहारा लेती है न डरती है\“
उन्होंने आगे कहा, मैं साफ कहना चाहता हूं इनेलो न झूठ का सहारा लेती है, न डरती है और न ही दबाव में आने वाली पार्टी है। हमारी राजनीति का आधार संघर्ष, सच, सिद्धांत और जनता का विश्वास है और कोई भी अफवाह, झूठा प्रचार या गलत बयानबाजी इसे हिला नहीं सकती।
जो लोग गलत आरोपों व भ्रामक बातों के सहारे राजनीतिक जमीन तलाशने में लगे हैं उन्हें चेतावनी है इनेलो और जनता के जनादेश के बीच में झूठ की दीवार खड़ी करने की कोशिश मत कीजिए, क्योंकि हम न केवल आपसे इसका जवाब तलब करेंगे अपितु आपके खिलाफ कानूनी कार्रवाई के माध्यम से माफी मंगवाने का काम भी करेंगे।
हरियाणा की जनता सब समझ रही है और समय आने पर जवाब भी देगी और इनेलो का संघर्ष जनता की आवाज है, जिसे कोई मिथ्या प्रचार कमजोर नहीं सकता। 39 जूते मारने का बयान देने वाले रिटायर्ड आईपीएस अधिकारी के विरुद्ध कोर्ट में मानहानि का मुकदमा दायर करेंगे।
षड्यंत्र के तहत मुझे बदनाम करने की है साजिश
उन्होंने कहा कि षड्यंत्र के तहत मुझे बदनाम करने का प्रयास किया जा रहा है। यदि रिटायर्ड आईपीएस अधिकारी सच्चे थे तो वे आईपीएस एसोसिएशन में क्यों नहीं गए। शिकायत क्यों नहीं दर्ज करवाई। मेडिकल क्यों नहीं करवाया। कई अनेक कारण हैं, जो साबित करते हैं कि आरोप गलत हैं।
वह बोले, इंटरनेट मीडिया पर इंटरव्यू चलाया जा रहा है। अब छोटे-छोटे टूकड़ों में अलग-अलग लोगों के मुंह से नई-नई बातें कहलवाई जा रही हैं। इनके विरुद्ध लीगल नोटिस तैयार कर लिया है। जल्द ही संबंधित को भेज दिया जाएगा। रिटायर्ड आईपीएस अधिकारी सार्वजनिक रूप से माफी मांगेगा या फिर कोर्ट में जाकर सिद्ध करना होगा, जो आरोप लगाए हैं वह सही साबित करें। नहीं तो सजा भुगतेंगे।
उन्होंने कहा कि आरोप लगाने वाला अधिकारी 2005 में जिंदल का कारोबार देखता था। तब क्यों नहीं शिकायत दर्ज करवाई। गुजरात में भ्रष्टाचार के आरोप में हटाया गया था और उनकी मजिस्ट्रेट थी, जिसे हाईकोर्ट ने पद से हटाया। जिनको कुछ लोग ईमानदार बताते हैं, ये तो पाप के घड़े थे। इनेलो का बढ़ा लोकप्रियता का ग्राफ अब कांग्रेस, जेजेपी, भाजपा को पच नहीं रहा है। इसलिए इस तरह के हथकंडे अपना रहे हैं।
क्या बोले रिटायर्ड आईपीएस अधिकारी
उधर रिटायर्ड आईपीएस अधिकारी रामसिंह यादव ने कहा कि उनके पास इतने रुपये नहीं थे कि 100 करोड़ रुपये का मानहानि का केस दर्ज करवाएं। क्योंकि कोर्ट की फीस भी देनी होती है। हां अब अभय सिंह दावा करेंगे तो हम सत्य साबित कर देंगे। यदि सत्य साबित नहीं कर पाए तो अभय सिंह को 100 करोड़ रुपये देंगे, नहीं तो अभय सिंह को हमें 100 करोड़ रुपये देने होंगे। |