डॉ. शाहीन यूनिवर्सिटी कैंपस के स्टाफ हॉस्टल के इसी कमरे में रहती थीं, जिसकी NIA ने तलाशी ली है।
प्रवीण कौशिक, फरीदाबाद। काम था देश में दहशत फैलाने के लिए एक टेररिस्ट मॉड्यूल बनाना। इसलिए, कड़ियों को जोड़कर एक पूरा नेटवर्क बनाया जा रहा था। जो लोग संपर्क में आते थे, उनका ब्रेनवॉश किया जाता था। प्लान था कि टीम में लड़कियों को भी शामिल किया जाए, क्योंकि कई जगहों पर लड़कियों से काम करवाना आसान होता है। यूनिवर्सिटी में महिला स्टाफ और स्टूडेंट्स की लिस्ट भी बनाई जा रही थी। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
तीन कैटेगरी में बनाया जा रहा था नेटवर्क
पहला, वे लोग जो सीधे तौर पर शामिल होंगे, यानी उन्हें प्लान के बारे में पता होगा। दूसरा, पैसे और नौकरी का लालच देकर कुछ लोगों से कई तरह की मदद ली जाएगी। तीसरा, वे लोग जिनके मकसद के बारे में पता नहीं होगा, लेकिन उनसे मदद ली जाएगी।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, यूनिवर्सिटी में रहने वाली डॉ. शाहीन सईद ने NIA को ऐसी जानकारी दी। गुरुवार रात NIA डॉ. शाहीन को यूनिवर्सिटी ले आई। NIA की टीम पांच गाड़ियों में सबसे पहले यूनिवर्सिटी कैंपस के रेजिडेंशियल एरिया में गई, जहां डॉ. शाहीन फ्लैट नंबर 32, ब्लॉक नंबर 15 में रहती थीं। फ्लैट खुलवाया गया और वे आधे घंटे से ज़्यादा समय तक अंदर रहे। आस-पास के फ्लैट में रहने वाले लोगों को बुलाया गया और शाहीन से कुछ सवाल पूछे गए।
इसके बाद NIA यूनिवर्सिटी कैंपस में उन सभी जगहों पर गई, जहां शाहीन अक्सर जाती थी। उन स्टूडेंट्स और स्टाफ के बारे में पूछताछ की जो उसके सीधे संपर्क में थे। कई लोगों से पूछताछ भी की गई। NIA जल्द ही डॉ. आदिल को भी यहां लाएगी।
खोरी-जमालपुर में उसके घर पहुंची
डॉ. शाहीन ने कुछ महीने पहले अल फलाह यूनिवर्सिटी कैंपस की मस्जिद में डॉ. मुजम्मिल से शादी की थी। इमाम इश्तियाक ने वहीं निकाह पढ़ाया। इस सादे निकाह में सिर्फ 12 करीबी दोस्तों को बुलाया गया था। शादी के बाद वे सीधे खोरी जमालपुर में जुंबा से किराए पर लिए गए तीन कमरों के मकान में चले गए, जहां वे कई दिनों तक रहे। NIA की टीम उसे इसी मकान में ले आई और जुंबा को बुलाया गया। उनसे आमने-सामने पूछताछ की गई।
टीम वहां करीब एक घंटे तक रुकी। टीम उसे नेहरू ग्राउंड स्थित एक केमिकल की दुकान पर भी ले गई। सूत्रों के मुताबिक, मुजम्मिल ने इसी दुकान से विस्फोटक बनाने के लिए केमिकल खरीदे थे। यह दुकान यूनिवर्सिटी और कॉलेजों को केमिकल सप्लाई करती है। NIA अब उन लोगों की पहचान कर रही है जो डॉ. शाहीन की शादी में शामिल हुए थे।
सभी से पूछताछ की जाएगी। डॉ. शाहीन सईद यूनिवर्सिटी में फार्माकोलॉजिस्ट थीं। वह भारत में जैश-ए-मोहम्मद की महिला भर्ती विंग, जमात-उल-मोमिनात की हेड थीं। वह देश में बम धमाकों के लिए डॉक्टरों की एक टीम बना रही थीं। पुलिस को उनकी कार से एक AK-47 और दूसरी चीजें मिलीं। बाद में, उनकी एक और नई कार यूनिवर्सिटी कैंपस में खड़ी मिली। वह अभी NIA की कस्टडी में हैं। |