मुठभेड़ के बाद घटनास्थल पर मौजूद पुलिस टीम।
जागरण संवाददाता, पश्चिमी दिल्ली। द्वारका जिले की एंटी नारकोटिक्स सेल ने मुठभेड़ के दौरान कुख्यात हिमांशु भाऊ गिरोह के शूटर अंकित को गिरफ्तार कर लिया। अंकित पर दिल्ली पुलिस ने 25 हजार रुपये का इनाम घोषित कर रखा था। वह प्रतिद्वंद्वी अशोक प्रधान गिरोह के सदस्यों की हत्या की फिराक में था।
एंटी नारकोटिक्स टीम को सूचना मिली थी कि अंकित अपनी महिला मित्र को साथ लेकर नजफगढ़ के साईं मंदिर के आसपास इलाके में आएगा। इस जानकारी को देखते हुए एंटी नारकोटिक्स सेल के प्रभारी इंस्पेक्टर सुभाष चांद के नेतृत्व में टीम का गठन किया गया। महिला मित्र के आने की सूचना को देखते हुए पुलिस टीम में एक महिला हेड कांस्टेबल सोनू को भी शामिल किया गया।
द्वारका जिला पुलिस उपायुक्त ने बताया कि नजफगढ़ के साईं बाबा मंदिर के पास सुबह करीब आठ बजे यह मुठभेड़ तब हुई जब पहले से ही घेराबंदी कर यहां मौजूद पुलिस टीम ने अंकित को मोटरसाइकिल पर आते देखकर रुकने का इशारा किया। अंकित ने पुलिस की अनदेखी करते हुए पिस्टल निकाली और पुलिस टीम पर गोलियां चलाने लगा। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
एक गोली एंटी नारकोटिक्स सेल के हेड कांस्टेबल कुलदीप की बुलेटप्रूफ जैकेट से टकराई, जिससे उनकी जान बच गई। जवाबी कार्रवाई में पुलिस टीम ने भी तीन राउंड फायर किए, जिसमें एक गोली अंकित के दाहिने पैर में लगी। घायल हालत में उसे दबोच लिया गया और तुरंत अस्पताल पहुंचाया गया, जहां उसकी हालत स्थिर बताई जा रही है।
गोलीबारी के मामले में पुलिस को थी अंकित की तलाश
अंकित और उसका साथी दीपक (जो अभी फरार है) पर आरोप है कि 28 अक्टूबर को नजफगढ़ में हुई गोलीबारी के मुख्य शूटर थे, जिसमें अशोक प्रधान गिरोह के रोहित लांबा पर 15 राउंड फायरिंग की गई थी। दोनों गिरोहों के बीच चल रही रंजिश को रोकने के लिए दिल्ली पुलिस लगातार छापेमारी कर रही है। दूसरे फरार शूटर दीपक की तलाश तेज कर दी गई है।
इंस्टाग्राम रील से अपराध की दुनिया का किया रुख
पुलिस के अनुसार अंकित वर्ष 2020 में ही हिमांशु भाऊ गिरोह में शामिल हुआ था। इंस्टाग्राम रील से प्रभावित होकर वह नीरज बवानिया और हिमांशु भाऊ जैसा गैंगस्टर बनना चाहता था। उसने 2020 में ही हरियाणा के बहादुरगढ़ स्थित असोदा में पुलिस टीम पर गोलीबारी की थी, जिसमें एक कांस्टेबल घायल हुआ था। अंकित पर हरियाणा में पांच मामले दर्ज हैं, जिनमें लूट, डकैती, पुलिस पर हमला, हत्या का प्रयास और अवैध हथियार रखने के मामले शामिल हैं।
एंटी नारकोटिक्स टीम की बदमाशों के साथ मुठभेड़ की यह डेढ़ महीने में दूसरी घटना है। 22 अक्टूबर को एंटी नारकोटिक्स की टीम ने मुठभेड़ के दौरान रितिक उर्फ डांसर को काबू किया था। मुठभेड़ के एंटी नारकोटिक्स के प्रभारी इंस्पेक्टर सुभाष चांद को गोली लगी थी। |