प्रतीकात्मक चित्र
रजनेश सक्सेना, जागरण, बरेली। क्योलड़िया के सतवन पट्टी गांव से 10 महीने पहले लापता हुई 16 साल की सोबिन निशा की कहानी एक भयानक हत्याकांड में बदल चुकी है। शुरूआत में पुलिस को उसकी गुमशुदगी का कोई सुराग नहीं मिला, लेकिन नौ महीने बाद जंगल के रास्ते में गन्ने के खेत से मिली एक चोटी का डीएनए सोबिन निशा की मां से मैच हो गया। पुलिस को आशंका है कि सोबिन निशा लापता नहीं हुई, बल्कि उसकी हत्या कर दी गई। डीएनए मैच होने के बाद पुलिस ने गुमशुदगी की रिपोर्ट को हत्या में तरमीम कर जांच शुरू कर दी है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
आठ जनवरी, 2024 को सोबिन निशा के पिता थाने पहुंचे...। उन्होंने पुलिस को बताया कि उनकी 16 साल की बेटी सात जनवरी की रात अचानक कहीं लापता हो गई। आरोप लगाया कि वह घर से 2.5 लाख रुपये, करीब आधा तोला सोना और एक मोबाइल भी साथ ले गई है। पिता के शिकायती पत्र पर पुलिस ने अपहरण की धारा में प्राथमिकी पंजीकृत की और जांच शुरू कर दी।
पुलिस की जांच के दौरान ऐसा कोई सबूत हाथ नहीं आया जिससे यह पता चले कि आखिर सोबिन निशा कहां गई? उसका मोबाइल भी गांव में बंद हो गया। इसके बाद कभी दोबारा से नहीं खुला। पुलिस ने अपने मुखबिर लगाए, उसके मोबाइल की सीडीआर निकलवाई, लेकिन उससे भी ऐसा कुछ नहीं मिला जिससे किसी पर शक किया जा सके।
इसके बाद पुलिस ने अन्य कई संदिग्धों के भी सीडीआर निकाले मगर किसी के सीडीआर से कोई जानकारी नहीं मिल सकी। मगर इसके बाद भी पुलिस ने हार नहीं मानी, उसकी विवेचना जारी रखी। नौ महीने बाद 14 सितंबर को गांव के ही एक गन्ने के खेत में एक गुथी हुई जड़ समेत (उखड़ी हुई) चोटी मिली।
कुछ ही दूरी पर एक सलवार सूट भी मिला जो हूबहू वही था जो स्वजन ने गुमशुदगी के दौरान लिखवाया था। पुलिस ने उस चोटी को डीएन जांच के लिए भेजा, जो सोबिन निशा की मां से मैच कर गया। इससे यह तो स्पष्ट हो गया कि जो चोटी और कपड़े पुलिस ने बरामद किए थे, वह सोबिन निशा के ही थे।
डीएनए रिपोर्ट आते ही पुलिस ने गुमशुदगी के मुकदमे को हत्या में तरमीम किया और जांच शुरू कर दी। पुलिस ने कई संदिग्धों से पूछताछ शुरू कर दी है, लेकिन अभी तक यह पता नहीं चला कि उसकी हत्या आखिर की किसने। पुलिस का कहना हैं कि जल्द ही सोबिन निशा के हत्यारोपितों को गिरफ्तार किया जाएगा।
कई अपने ही शक के घेरे में
पुलिस का कहना हैं कि चोटी और कपड़े मिलने के बाद अपनों के ऊपर ही शक गहरा गया है। ऐसा संभव नहीं कि किसी जिंदा इंसान की चोटी को जड़ समेत उखाड़ लिया जाए। यह तब संभव है जब व्यक्ति की मौत हो चुकी है। ऐसे में कई अपने ही पुलिस की रडार हैं जिनसे पूछताछ जारी है।
सितंबर में गन्ने के खेत में एक उखड़ी हुई चोटी मिली थी जिसका डीएनए मैच कराया गया तो सोबिन निशा की मां से मैच हो गया। इससे आशंका है कि उसकी हत्या की गई। क्योलड़िया थाने में दर्ज मुकदमे को हत्या में तरमीम कर जांच शुरू कर दी गई है। जल्द ही इस घटना का राजफाश किया जाएगा।
- मुकेश मिश्र, एसपी नार्थ।
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