56.40 लाख से पूर्वांचल के पीएमश्री स्कूलों में तैयार होंगे उद्यान।
उदयनाथ शुक्ल, चंदौली। छात्रों को प्रकृति से जोड़ने, आयुर्वेद व औषधीय पौधों का महत्व समझाने के साथ उनमें पर्यावरणीय जागरुकता बढ़ाने के लिए शासन ने नई पहल की है। पूर्वांचल के पीएमश्री कंपोजिट विद्यालयों में इसके लिए 56.40 लाख की लागत से हर्बल व औषधीय उद्यान तैयार किए जाएंगे। पायलट प्रोजेक्ट के रूप में पहले चरण में इनका चयन किया गया है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
विभाग के अनुसार, भूमि की तैयारी व पौध सामग्री पर 46.66 प्रतिशत धनराशि खर्च की जाएगी। शेष 53.34 प्रतिशत राशि से सिंचाई, ग्रीन शेड, रखरखाव आदि कार्य कराए जाएंगे।
उद्यान में सुगंधित, औषधीय के अलावा अन्य उपयोगी पौधे उगाए जाएंगे। शिक्षक छात्रों को हर्बल गार्डेन के माध्यम से स्वच्छता, ठोस अपशिष्ट प्रबंधन, पुनर्चक्रण व स्वस्थ जीवन में इन पौधों का महत्व समझाएंगे।
विज्ञान व पर्यावरण विषय की पाठ्यचर्चा में भी इसे जोड़ा जाएगा। काशी समेत पूर्वांचल के दस जिलों में 207 स्कूलों को उद्यान की स्थापना के लिए प्रति विद्यालय 30 हजार रुपये प्रबंध समिति के खाते में भेजा गया है। परिसर में यह उद्यान 300 वर्गमीटर में विकसित होगा।
पौधों की सुरक्षा व नियंत्रित वृद्धि के लिए 20×15 फीट में ग्रीन शेड बनेगा। इसी उद्यान में विद्यालय से निकलने वाले जैविक कचरे से खाद तैयार कर प्रयोग किया जाएगा। बेसिक शिक्षा विभाग तकनीकी सहयोग के लिए कृषि, आयुष व उद्यान विभाग से समन्वय बनाएगा।
विकसित उद्यान का फोटोग्राफ, विवरण व प्रगति रिपोर्ट प्रधानाध्यापक प्रेरणा पोर्टल पर अपलोड करेंगे। महानिदेशक (स्कूल शिक्षा) मोनिका रानी ने इस बाबत सभी बीएसए को निर्देश दिए हैं।
उगाए जाएंगे ये पौधे
अश्वगंधा, तुलसी, गिलोय, एलोवेरा, नीम, हरड़, आंवला, लेमनग्रास, पुदीना, शतावरी, सिट्रोनेला, गेंदा, हल्दी, अदरक, सहजन इत्यादि।
पूर्वांचल के चयनित स्कूल व धन आवंटन
जिला अनुसार विद्यालयों की संख्या एवं धनराशि (लाख रुपये में)
जिला स्कूलों की संख्या धनराशि (लाख में)
आजमगढ़
33
11.70
जौनपुर
31
9.30
गाजीपुर
25
7.50
मीरजापुर
19
5.70
मऊ
14
4.20
चंदौली
13
3.90
वाराणसी
13
3.90
सोनभद्र
10
3.00
भदोही
08
2.40
क्या कहते हैं अधिकारी
इस व्यवस्थ से राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अनुरूप अनुभवात्मक शिक्षा के लिए छात्रों को प्रोत्साहित किया जाएगा। पर्यावरण क्लब व बाल संसद के माध्यम से उद्यान की नियमित देखभाल कराई जाएगी। योजना के लिए चयनित पीएमश्री विद्यालयों को धनराशि भेज दी गई है। खंड शिक्षा अधिकारियों को उद्यान तैयार कराने की जिम्मेदारी दी गई है। -सचिन कुमार, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी। |