ओम बिरला: छात्र जीवन से लोकसभा अध्यक्ष तक का सफर (फाइल फोटो)
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला का जन्म राजस्थान के कोटा में एक साधारण परिवार में हुआ। अपने राजनीतिक सफर के दौरान वे कभी चुनाव नहीं हारे हैं। स्पीकर ओम बिरला आज 63 साल के हो गए हैं। आज उनके जन्मदिन के मौके पर आपको बताएंगे उनके लाइफ से जुड़ी कुछ खास बातें। चलिए जानते हैं कि लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने कैसे की अपने करियर की शुरुआत और उनके फैमिली में कौन-कौन हैं। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
दरअसल, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला राजस्थान के एक राजनेता और व्यवसायी हैं। 19 जून, 2019 से वे लोकसभा अध्यक्ष के रूप में कार्यरत हैं। उनका राजनितिक करियर काफी शानदार रहा है। वह जितनी बार चुनाव लड़े, हर बार उन्हें जनता का आशीर्वाद मिला।
शिक्षा
स्पीकर ओम बिरला ने एम.कॉम. राजकीय वाणिज्य महाविद्यालय, कोटा और एमडीएस विश्वविद्यालय, अजमेर (राजस्थान) से शिक्षा प्राप्त की।
राजनीतिक करियर
ओम बिरला ने राजनीति में अपना करियर बनाना छात्र जीवन से ही शुरू कर दिया। 1979 में वे छात्र संघ अध्यक्ष रहे। इसके बाद वे कोटा दक्षिण से 2003 में अपनी पहली विधानसभा चुनाव जीते। 2008 के विधानसभा चुनाव में वे दोबारा चुने गए और 2013 में तीसरी बार विधायक चुने गए। इसके बाद वे सोलहवीं, सत्रहवीं और अठारहवीं लोकसभा में कोटा सीट से भाजपा के उम्मीदवार के रूप में चुने गए। भारतीय जनता पार्टी के प्रधानमंत्री मोदी द्वारा चुनाव के लिए प्रस्ताव पेश करने के बाद, ओम बिरला को 19 जून, 2019 को 17वीं लोकसभा का अध्यक्ष चुना गया।
फैमिली
ओम बिरला के परिवार में पत्नी के अलावा दो बेटिया हैं। उनकी पत्नी मिता बिरला पेशे से डॉक्टर हैं, उन्होंने एमबीबीएस किया है। ओम बिरला की दो बेटियां है, बड़ी बेटी का नाम आकांक्षा बिरला और छोटी बेटी का नाम अंजलि बिरला है। बड़ी बेटी आकांक्षा चार्टेड अकाउंटेंट हैं। वहीं छोटी बेटी अंजलि बिरला आईएस ऑफिसर हैं। |
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