गोबरगोंता जंगल में दफनाए गए शव को पुलिस ने बरामद किया।
संवाद सूत्र, खरसावां । झारखंड के खरसावां के रायजामा गांव में डायन-बिसाही के संदेह में 65 वर्षीय गुरुवारी सरदार की हत्या कर शव को गोबरगोंता जंगल में दफना दिया गया था। घटना के 11 दिन बाद पुलिस ने मंगलवार को शव बरामद किया और दो आरोपियों को गिरफ्तार किया। पुलिस ने हत्या के आरोप में दो युवकों गुरबा सरदार (28) और उसके साले सोमा सरदार (20) को गिरफ्तार कर लिया है। घटना 31 अक्टूबर की देर शाम की है। मृतका गुरुवारी सरदार उर्फ पांडूदा सरदार, स्व. जयसिंह सरदार की पत्नी थीं। वह घटना वाली शाम से ही लापता थीं, परंतु परिजन हत्यारों के भय से पुलिस में रिपोर्ट दर्ज कराने से डर रहे थे। गांव में चर्चा फैलने के बाद और आरोपियों के नाम सामने आने पर चौकीदार ने मामले की सूचना खरसावां थाना पुलिस को दी। इसके बाद पुलिस की तफ्तीश में हत्या और शव को जंगल में दफनाने की पुष्टि हुई। पुलिस टीम मंगलवार सुबह से ही रायजामा और गोबरगोंता के बीच फैले दुर्गम जंगलों में खोज अभियान चलाती रही। गिरफ्तार दोनों आरोपियों की निशानदेही पर गोबरगोंता के भीतर गहरे गड्ढे में दबा शव मिला। दंडाधिकारी के रूप में खरसावां सीओ कप्तान सिंकु की उपस्थिति में सुरक्षा बलों ने शव को बाहर निकाला। शव काफी हद तक क्षत-विक्षत अवस्था में था। इसके बाद पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया।
इधर मृतका की बेटी के बयान पर खरसावां थाना में प्राथमिकी दर्ज की गई है। जांच के दौरान पुलिस को स्पष्ट हुआ कि डायन-बिसाही के संदेह में महिला की हत्या की गई थी। इस दौरान एसडीपीओ समीर सवैया, परीक्ष्यमान डीएसपी पूजा कुमारी, पुलिस निरीक्षक नितिन कुमार सिंह, थाना प्रभारी गौरव कुमार और अन्य अधिकारी मौके पर मौजूद रहे। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
डायन-बिसाही के शक में हत्या की गई थी। शव बरामद कर लिया गया है और दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा रहा है। -
गौरव कुमार, थाना प्रभारी, खरसावां
डायन बिसाही के आरोप में गोबरगोंता जंगल में दफनाए गए शव को निकालने पहुंची पुुलिस। |
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