cy520520 • 2025-11-26 22:07:43 • views 501
कार्यदायी संस्था उत्तर प्रदेश प्रोजेक्ट कारपोरेशन लिमिटेड ने काम शुरू कर दिया है।
जागरण संवाददाता, वाराणसी। सारनाथ के थाई बौद्ध मंदिर मे 80 फीट ऊंची भगवान बुद्ध की प्रतिमा यहां आने वाले पर्यटकों की पहली पसंद है। इस स्थान पर पर्यटक अधिक समय देते हैं। इसको देखते हुए पर्यटन विभाग द्वारा भगवान बुद्ध की 80 फीट ऊंची प्रतिमा के आसपास व बौद्ध मंदिर को फसाड लाइटों की रोशनी से सजाया जाएगा। इसके लिए कार्यदायी संस्था उत्तर प्रदेश प्रोजेक्ट कारपोरेशन लिमिटेड ने काम शुरू कर दिया है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
सारनाथ क्षेत्र में पर्यटन को बढ़ावा देने व आकर्षित करने के लिए थाई बौद्ध विहार परिसर में 80 फीट ऊंची चलायमान अभय मुद्रा वाली बुद्ध प्रतिमा के सामने से रंगीन फसाड लाइट से जममग करेगा। साथ ही थाई बौद्ध मंदिर के चारों तरफ फसाड लाइट लगाई जा रही है। मन्दिर के बाहरी दीवारों पर लगे पत्थर को हैम्पर मशीन से छेद कर फसाड लाइट लगाया जा रहा है।
इस लाइट की टाइमिंग ऑटोमेटिक होगी। जो समय से हरा, गुलाबी, गोल्डन, तिरंगा, पीला, नीला सहित कई रंगों में जलेगा। इससे इस बौद्ध विहार की खूबसूरती बढ़ जाएगी। सहायक पर्यटन अधिकारी आर के मौर्या ने बताया कि थाई बौद्ध विहार में फसाड लाइट लगाने का काम कार्यदायी संस्था उत्तर प्रदेश प्रोजेक्ट कारपोरेशन लिमिटेड द्वारा शुरू कर दिया गया है। यह काम 20 दिनों में पूरा हो जाएगा।
हैमर मशीन से छेद करने से पत्थर को होसकती है क्षति
थाई बौद्ध विहार परिसर में पर्यटन विभाग पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए फसाड लाइट लगाने के लिए थाई बौद्ध मंदिर के बाहरी दीवारों पर लगभग 35 वर्ष पूर्व लगे पत्थरों पर हैमर मशीन चला कर छेद करने से भविष्य में पत्थरों के साथ मन्दिर के अस्तित्व को खतरा हो सकता है।
जबकि पर्यटन विभाग द्वारा ही मूलगंध कुटी बौद्ध मंदिर के बाहरी दीवारों पर लगे पत्थरो छेद किये बिना ही फसाड लाइटों को पेस्टिंग के माध्यम से लगाया गया है। प्रभारी भिक्षु मंगलिकों ने बताया कि पत्थरों पर हो रहे छेद से भविष्य में नुकसान न हो इसके लिए पर्यटन अधिकारियों से बात की जाएगी। |
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