बच्चों को आनंदमय वातावरण में दिलाया जाएगा सीखने का अनुभव
आयोजित होंगे लर्निंग बाई डूइंग कार्यक्रम समेत कई गतिविधियां
जागरण संवाददाता, प्रतापगढ़। परिषदीय स्कूलों में बच्चे एक शैक्षिक सत्र में 10 दिन बिना बस्ते के जाएंगे। 10 बैगलेस दिवसों के लिए शासन की ओर से आनंदम मार्गदर्शिका विकसित की गई है। बच्चों को आनंदमय वातावरण में सीखने का अनुभव दिलाना इसका उद्देश्य है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
लर्निंग बाई डूइंग कार्यक्रम समेत कई गतिविधियों का आयोजन होगा। नवंबर, दिसंबर, जनवरी और फरवरी में 10 दिनों का कैलेंडर भी जारी कर दिया गया है।
जिले के 2372 परिषदीय स्कूलों एक लाख 98 हजार छात्र-छात्राएं पंजीकृत हैं। इसके साथ 15 कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय संचालित हो रहे हैं। इनमें 18 सौ बालिकाएं पढ़ाई कर रही हैं, बैगलेस दिवस को लेकर महानिदेशक स्कूल शिक्षा ने 14 नवंबर 2025 को बीएसए को निर्देश जारी किया था।
बीएसए ने 18 नवंबर को खंड शिक्षा अधिकारियों को निर्देश जारी किया है। हर महीने के तीसरे शनिवार को उच्च प्राथमिक, कंपोजिट व कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालयों में पढ़ने वाले कक्षा छह से आठ तक के छात्र साल भर में 10 दिन बिना बैग स्कूल जाएंगे।
इस दिवस में तीन भागों में 34 विषयों पर आधारित गतिविधियां शामिल की गई हैं, जिनमें पहले भाग में विज्ञान, पर्यावरण और प्रौद्योगिकी, दूसरे में सार्वजनिक कार्यालय, स्थानीय उद्योग और व्यवसाय तथा तीसरे भाग में कला, संस्कृति और इतिहास आदि शामिल होंगे।
इससे बच्चे समग्र विकास, कौशल विकास, सामुदायिक जुड़ाव समेत आत्म निर्भर भारत, स्वदेशी, लोकल फार वोकल के प्रति जागरूक होंगे। बच्चों में आनंदमय वातावरण विकसित होगा। इसके लिए जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने समस्त खंड शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दिया है। उन्होंने कहा है जिले के सभी स्कूलों में 10 दिन बच्चे बिना बैग के स्कूल आएंगे।
शासन की यह पहल बच्चों में मनोवैज्ञानिक रूप से बदलाव लाएगी। रचनात्मक माहौल से उनमें विभिन्न विषयों के प्रति रोचक समझ विकसित की जाएगी। शासन के निर्देशों के अनुसार स्कूलों में आयोजन के लिए सभी खंड शिक्षा अधिकारियों को निर्देशित किया गया है।
-भूपेंद्र सिंह, बीएसए |