सेक्टर 91-92 मुख्य डिवाइडिंग राेड पर लगी पुरानी सोडियम लाइटें, जो ज्यादातर समय बंद रहती हैं। इनको बदलकर नई एलईडी लाइटें लगाने से अंधेरे की समस्या खत्म होगी। जागरण
संदीप रतन, गुरुग्राम। न्यू गुरुग्राम के 19 सेक्टरों की अंधेरी गलियां रोशन होने वाली हैं। सेक्टर 81 से 99 में स्ट्रीट लाइट के रखरखाव की जिम्मेदारी HSVP से मानेसर नगर निगम को ट्रांसफर करने की प्रक्रिया तेज हो गई है। इसके लिए HSVP ने निगम को एक औपचारिक पत्र भेजा है। नगर निगम अब इन इलाकों में पुराने सिस्टम की मरम्मत, नई लाइटें लगाने और रखरखाव के लिए एस्टीमेट तैयार कर रहा है। लाइटें लगाने और पुराने केबल बदलने पर लगभग 2 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
15 साल पहले लगाई गई सोडियम लाइटें अब खराब हो चुकी हैं। इनके खराब होने, केबल में खराबी और कमजोर पीली रोशनी के कारण सेक्टर 85, 86, 90, 91 और 92 समेत कई इलाके शाम होते ही अंधेरे में डूब जाते हैं। चौड़ी, आधुनिक और विकसित सड़कों के बावजूद, सही रोशनी न होने से हादसों का डर बना रहता है। मानेसर नगर निगम के एग्जीक्यूटिव इंजीनियर मंदीप धनखड़ ने बताया कि HSVP ने लाइटों के रखरखाव के लिए कहा है। सीनियर अधिकारियों से बातचीत और अप्रूवल प्रोसेस पूरा होने के बाद, लाइटों का मेंटेनेंस शुरू होगा।
बदलेगा नजारा, लोगों को होगा फायदा
नगर निगम के LED लाइटें लगाने के प्लान को फ़ाइनल करने के बाद नगर निगम को नज़ारा बदलने की उम्मीद है। निगम अधिकारियों का कहना है कि LED से न सिर्फ़ ज़्यादा रोशनी मिलेगी, बल्कि बिजली भी बचेगी और मेंटेनेंस में भी आसानी होगी। नए गुरुग्राम में सड़कें बनावट के हिसाब से अच्छी क्वालिटी की हैं, लेकिन लाइटिंग सिस्टम पूरी तरह से खराब है। डिवाइडर और ग्रीन बेल्ट की हरियाली अच्छी लगती है, लेकिन शाम होते ही अंधेरा एक समस्या बन जाता है। खराब लाइटों और टूटे केबलों की वजह से रात में पैदल चलने वालों और ड्राइवरों को मुश्किलों का सामना करना पड़ता है।
नए गुरुग्राम का तेज़ी से विकास हुआ है। सड़कें और ड्रेनेज सिस्टम पुराने गुरुग्राम से बेहतर हैं। पुरानी स्ट्रीट लाइटें काफ़ी समस्याएं पैदा कर रही थीं। अब मानेसर नगर निगम के इनके मेंटेनेंस का काम संभालने से बदलाव की उम्मीद है।
-प्रवीण मलिक, RWA प्रेसिडेंट, राइजिंग होम्स DXP सोसाइटी, सेक्टर 92
गुरुग्राम के नए सेक्टरों की सड़कों पर नई स्ट्रीटलाइट लगाने की मांग लंबे समय से की जा रही है। मानेसर नगर निगम द्वारा लाइटों का रखरखाव और खराब लाइटों को बदलकर नई LED लाइट लगाने से सुविधा होगी। नगर निगम को यह काम जल्दी करना चाहिए।
-पवन यादव, संरक्षक, IMT इंडस्ट्रियल एसोसिएशन
सड़कों पर अंधेरा होने से कई हादसे हुए हैं। पुरानी स्ट्रीटलाइटों को बदलने का काम जल्द शुरू होना चाहिए। LED लाइट लगाने से बिजली की भी बचत होगी।
-आरके कंसल, रिटायर्ड SE, सेक्टर 90 के रहने वाले
19 सेक्टरों की सड़कें रोशन होंगी
- अनुमानित लागत ₹2 करोड़
- 15 साल पुरानी सोडियम लाइटें बदली जाएंगी
- 150 किलोमीटर से ज़्यादा सड़क नेटवर्क पर असर पड़ेगा
- पांच मुख्य सेक्टर (85, 86, 90, 91, 92) सबसे अधिक प्रभावित
अंधेरी सड़कें, बढ़ते खतरे
- खराब लाइटिंग की वजह से ड्राइवरों को रात में आगे की सड़क देखना मुश्किल होता है।
- पैदल चलने वालों को सड़क पार करने में मुश्किल होती है।
- सोडियम लाइटों की धीमी रोशनी से सुरक्षा की चुनौतियां बढ़ जाती हैं।
- कई जगहों पर लाइट के खंभे अच्छी हालत में हैं, लेकिन केबल में खराबी की वजह से लाइट नहीं है।
अब यह बदलेगा
- हर सोडियम लैंप को हाई-इंटेंसिटी LED लाइट से बदला जाएगा
- एनर्जी की बचत और बेहतर रोशनी
- कॉर्पोरेशन मेंटेनेंस और मॉनिटरिंग का काम संभालेगा
- केबलिंग और सिस्टम को पूरी तरह से अपग्रेड किया जाएगा
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