deltin33 • 2025-11-26 14:40:10 • views 734
जागरण संवाददाता, मेरठ। फर्जी आईएएस अधिकारी का पीए बनकर सौ करोड़ की ठगी करने वाले पंकज मिश्रा ने 50 लाख की सुपारी देकर सामूहिक दुष्कर्म की पटकथा रच दी। शहर के नामचीन लोगों को सामूहिक दुष्कर्म के मुकदमे में आरोपित के साथ नाजमद करा दिया। सीओ कैंट की विवेचना में सच्चाई सामने आई। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
नौचंदी थाने में पंकज मिश्रा और उसके इशारे पर काम करने वाले अधिवक्ता समेत पांच के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया। आरोपित अधिवक्ता को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। पल्लवपुरम निवासी डा. बरखा और डा. मागवेंद्र से मुआवजा दिलाने के नाम पर करोड़ों की ठगी की गई।
सुल्तानपुर के गोसाईगंज निवासी पंकज मिश्रा ने ठगी को अंजाम दिया है। पंकज मिश्रा आईएएस का पीए बनकर ठगी करता है। उसके खिलाफ लखनऊ में भी काफी मुकदमे दर्ज हैं। इस समय मेरठ की चौधरी चरण सिंह जेल में बंद है।
हिस्ट्रीशीटर अमित मरिंडा ने अधिवक्ता गोविंद मोहन शर्मा पर दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज कराया था। अधिवक्ता की जेल में पंकज मिश्रा से मुलाकात हुई। पंकज ने डाक्टर मागवेंद्र और बरखा को फर्जी मुकदमे में फंसाने के लिए 50 लाख की सुपारी दे दी।
जेल से छूटने के बाद अधिवक्ता ने नगर निगम कर्मवारी दीपक पंजाबी और नशा मुक्ति केंद्र संचालक आशीष और वीरेंद्र शर्मा से संपर्क किया। तीनों ही अमित मरिंडा गैंग के जुड़े है। इसी बीच भावनपुर की एक किशोरी के साथ बीकांम के छात्र ने दुष्कर्म का मामला प्रकाश में आया है।
तभी अधिवक्ता गोविंद मोहन ने किशोरी के परिवार से संपर्क किया। किशोरी की तरफ से मुकदमे में आरोपित बीकांत छात्र विकास उर्फ बिट्टू के साथ ही मागवेंद्र और मुकुल जैन को भी नामजद कर दिया। दुष्कर्म के मुकदमे को सामूहिक दुष्कर्म बना दिया।
साथ डा. बरखा और तरुण मिलयानी के खिलाफ सीएम पार्टल पर शिकायत की गई। सामूहिक दुष्कर्म के मुकदमे की विवेचना सीओ कैंट को दी गई। उनकी विवेचना में पूरे मामले का पटाक्षेप हो गया। पुलिस ने अधिवक्ता गोविंद मोहन शर्मा को हिरासत में लेकर पूछताछ की।
उसने पूरे घटनाक्रम की जानकारी दी। तब नौचंदी थाने में पंकज मिश्रा, गोविंद मोहन शर्मा, दीपक पंजाबी, आशीष कुमार और वीरेंद्र शर्मा के खिलाफ नौचंदी में मुकदमा दर्ज करा दिया।
राधेश्याम मिश्रा का चचेरा साला है पंकज मिश्रा
जून 2024 को ब्रह्मपुरी के इंदिरानगर निवासी राधेश्याम मिश्रा की पत्नी सुनीता मिश्रा की हत्या कर दी गई थी। सुनीता मिश्रा और राधेश्याम मिश्रा सुल्तानपुर के रहने वाले है। भतीजे सुधाकर ने सुनीता की हत्या कर दी थी। पंकज मिश्रा भी राधेश्याम मिश्रा का रिश्ते का साला है। सुधाकर जेल में पंकज मिश्रा से मिलने जाता था।
जेल में बंद सौ करोड़ की धोखाधड़ी के आरोपित पंकज मिश्रा ने अधिवक्ता को शहर के नामचीन लोगों को फंसाने के लिए 50 लाख की सुपारी दी थी। पुलिस ने अधिवक्ता को गिरफ्तार कर लिया है। नौचंदी थाने में पांच आरोपितों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया।
-आयुष विक्रम सिंह, एसपी सिटी |
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