ट्रंप की रैली में शामिल होने वाले रैपर को 5 साल की जेल, इमेज सोर्स- @sheff_g  
 
  
 
  
 
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। पिछले साल एक चुनावी कार्यक्रम के दौरान अमेरिकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप के साथ रैपर शेफ जी ने मंच साझा किया था। रैपर शेफ को हत्या के प्रयास और साजिश रचने के आरोप में 5 साल की जेल की सजा सुनाई गई है। रैपर ने यह स्वीकार किया है कि उसने अपने संगीत करियर से होने वाली कमाई का इस्तेमाल ब्रुकलिन में गैंग हिंसा को बढ़ावा देने के लिए किया था। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें  
 
दरअसल, 27 वर्षीय रैपर शेफ जी, जिसका वास्तविक नाम माइकल विलियम्स है। वह न्यूयार्क शहर का रहने वाला है। इसके गानों और वीडियो को यूट्यूब और स्पॉटिफाई स्ट्रीम पर लाखों लोग देखते हैं। शेफ जी ब्रुकलिन में गिरोह से संबंधित गोलीबारी की दीर्घकालिक जांच के सिलसिले में गिरफ्तार किए गए लोगों में शामिल था। अभियोजक रैपर शेफ जी को 20 साल की सजा सुनाने की मांग कर रहे थे।  
 
  
रैपर ने स्वीकार किया गुनाह  
 
रैपर शेफ जी ने इस साल के शुरुआत में हत्या के प्रयास और साजिश रचने के आरोप को स्वीकार कर लिया। जिसके बाद अब कोर्ट ने उसे 5 साल जेल की सजा सुनाई है। ट्रंप की रैली में मंच साझा करने को लेकर जब उस वक्त ट्रंप के अभियान के एक प्रवक्ता से पूछा गया था कि क्या अभियान को आरोपों के बारे में पता था और क्या पूर्व राष्ट्रपति ने रैपर्स का समर्थन मांगा था या नहीं।  
 
  
ट्रंप के साथ किया था प्रचार-प्रसार  
 
इस पर ट्रंप के इस कार्यक्रम के प्रवक्ता स्टीवन चेउंग ने जवाब दिया, “जैसा कि शेफ जी ने कहा था- \“वे हमेशा आपकी उपलब्धियों का बखान करते हैं और आपकी नाकामियों को जोर से बताते हैं।\““ अभियोजकों ने कहा है कि शेफ जी ने ब्रुकलिन में अपने प्रतिद्वंद्वियों से लड़ते हुए गिरोह के सदस्यों पर पैसे और गहने बरसाए थे। रैपर शेफ जी का नाम उसमें शामिल था, जिसने ट्रंप के अभियान के दौरान प्रचार-प्रसार किया था। इस वक्त ट्रंप अश्वेत मतदाताओं को लुभाने के लिए काम कर रहे थे।  
 
  
गोलीबारी के बाद की थी डिनर पार्टी!  
 
रैपर शेफ जी पर आरोप है कि उसने 2021 में हुई गोलीबारी में तीन सह-प्रतिवादियों को लाने-ले जाने में मदद की थी। इस गोलीबारी के दौरान एक प्रतिद्वंद्वी को निशाना बनाया गया था, लेकिन दो राहगीरों को गोली लग गई थी। यही नहीं अभियोजकों के मुताबिक, शेफ जी ने 2020 में हुई गोलीबारी का जश्न मनाने के लिए गिरोह के सदस्यों को मैनहट्टन के एक स्टीकहाउस में एक शानदार डिनर का आयोजन भी किया था। इस गोलीबारी में एक कथित प्रतिद्वंद्वी गिरोह के सदस्य की मौत हो गई थी और पाँच अन्य घायल हो गए थे।  
 
  
 
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