हर दस मिनट में एक महिला की हत्या: UN। जागरण ग्राफिक्स
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। संयुक्त राष्ट्र की एक ताजा रिपोर्ट में बताया गया है कि दुनिया भर में हर दस मिनट में एक महिला या लड़की अपने साथी या परिवार के सदस्य द्वारा हत्या का शिकार होती है, जो कि प्रतिदिन औसतन 137 हत्याओं के बराबर है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
संयुक्त राष्ट्र कार्यालय ड्रग्स और अपराध (यूएनओडीसी) और यूएन विमेन द्वारा सोमवार को जारी की गई इस रिपोर्ट में कहा गया है कि फेमिसाइड (महिलाओं की हत्या) दुनिया भर में हजारों महिलाओं और लड़कियों की जान ले रहा है। पिछले वर्ष 83,000 लड़कियों की हत्या की गई जिसमें से 60 प्रतिशत (50 हजार महिलाएं और लड़कियां) अपने करीबी साथी या परिवार के सदस्यों के हाथों मारी गईं।
हर दस मिनट में एक महिला की हत्या
इसका मतलब है कि हर दस मिनट में एक महिला या लड़की अपने साथी या परिवार के सदस्य द्वारा मारी जाती है- जो कि प्रतिदिन औसतन 137 हत्याओं के बराबर है। इसके विपरीत, उसी वर्ष पुरुषों की हत्याओं में केवल 11 प्रतिशत हत्याएं करीबी साथियों या परिवार के सदस्यों द्वारा की गई थीं।
यूएनओडीसी के कार्यकारी निदेशक जान ब्रांडोलिनो ने कहा, \“घर कई महिलाओं और लड़कियों के लिए एक खतरनाक और कभी-कभी जानलेवा स्थान बना हुआ है।\“ ब्रांडोलिनो ने महिलाओं की हत्या के खिलाफ बेहतर रोकथाम रणनीतियों और आपराधिक न्याय प्रतिक्रियाओं की आवश्यकता पर जोर दिया।
डिजिटल हिंसा भी एक बड़ा खतरा
यूएन विमेन की नीति विभाग की निदेशक सारा हेंड्रिक्स ने कहा कि डिजिटल हिंसा आफलाइन भी बढ़ सकती है और सबसे खराब मामलों में महिला की हत्या भी शामिल है। महिलाएं और लड़कियां दुनिया के हर क्षेत्र में इस ¨हसा का शिकार होती हैं।
अनुमान है कि करीबी साथी या परिवार के सदस्य द्वारा फेमिसाइड की सबसे उच्च दर अफ्रीका में है (1,00,000 महिला जनसंख्या में 3), इसके बाद अमेरिका (1.5), ओशिनिया (1.4), एशिया (0.7) और यूरोप (0.5) का स्थान है। हालांकि, महिलाओं की हत्या घर के बाहर भी की जाती है, लेकिन इस पर डाटा सीमित है।
(न्यूज एजेंसी पीटीआई के इनपुट के साथ) |