घर पर बनाएं ऑर्गेनिक फर्टिलाइजर (Picture Courtesy: Freepik)
लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। हरे-भरे, स्वस्थ और तेजी से बढ़ने वाले पौधे हर नेचर लवर का सपना होते हैं। लेकिन अक्सर केमिकल बेस्ड फर्टिलाइजर के ज्यादा इस्तेमाल से मिट्टी की गुणवत्ता कम हो जाती है और पौधों की जड़ों को नुकसान पहुंच सकता है। ऐसे में, घर पर बने होममेड फर्टिलाइजर (Orgnic Fertilizer) न सिर्फ पौधों को जरूरी पोषक तत्व प्रदान करते हैं, बल्कि मिट्टी को भी उपजाऊ बनाए रखते हैं। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
ऐसे में अच्छी बात यह है कि ये उर्वरक आपके किचन वेस्ट और घर में ही आसानी से मिलने वाली चीजों से तैयार किए जा सकते हैं, जिससे खर्च कम होता है और पर्यावरण भी सुरक्षित रहता है। आइए जानते हैं कुछ बेस्ट घरेलू फर्टिलाइजर और उनके फायदों के बारे में।
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नेचुरल होम-मेड फर्टिलाइजर्स
- हरी पत्तियों से तैयार लिक्विड खाद (लीफ टी)- पालक, मेथी जैसी हरी पत्तियों को काटकर पानी में 4-5 दिन भिगो दें। तैयार घोल नाइट्रोजन, मिनरल्स और छोटे पोषक तत्वों का नेचुरल सोर्स है।
- कम्पोस्ट खाद- सब्जियों और फलों के छिलके, सूखी पत्तियां, चाय की पत्ती और घास को कम्पोस्ट बिन में डालें। कुछ हफ्तों में यह पूरी तरह सड़कर पोषक तत्वों से भरपूर खाद बन जाती है, जो सभी प्रकार के पौधों के लिए फायदेमंद है।
- कॉफी ग्राउंड्स- इस्तेमाल किए गए कॉफी ग्राउंड्स नाइट्रोजन का अच्छा सोर्स हैं। इन्हें सीधे मिट्टी में मिलाएं या पानी के साथ डालें। यह पत्तेदार पौधों की तेजी से बढ़त में मदद करता है और मिट्टी को हल्का बनाता है।
- अंडे के छिलके का पाउडर- अंडे के छिलकों में भरपूर कैल्शियम होता है। इन्हें धोकर सुखाएं, फिर पीसकर पाउडर बना लें और मिट्टी में मिलाएं। यह जड़ों को मजबूत बनाता है और टमाटर व मिर्च प्लांट में सड़ने की समस्या को कम करता है।
- गुड़-पानी का घोल- गुड़ को पानी में घोलकर पौधों में डालने से मिट्टी में माइक्रोब्स एक्टिव होते हैं, जिससे पौधों की पोषण एब्जॉब करने की कैपिसिटी बढ़ती है। यह खासतौर पर सब्जी और फलदार पौधों के लिए लाभकारी है।
- चावल धोने का पानी- चावल धोने का पानी स्टार्च से भरपूर होता है, जो पौधों को एनर्जी देता है और मिट्टी की माइक्रोबियल एक्टिविटी को बढ़ाता है। इसे ठंडा होने के बाद ही पौधों में डालें।
- केले के छिलके का फर्टिलाइजर- केले के छिलके पोटैशियम और फॉस्फोरस से भरपूर होते हैं, जो फूल और फल वाले पौधों के लिए बेहद जरूरी हैं। छिलकों को छोटे टुकड़ों में काटकर मिट्टी में दबा दें या पानी में 2-3 दिन भिगोकर उसका घोल पौधों में डालें।
इन घरेलू फर्टिलाइजक का नियमित इस्तेमाल न केवल पौधों को मजबूत और हरा-भरा बनाता है, बल्कि आपके बगीचे को कैमिकल्स से भी मुक्त रखता है। प्राकृतिक देखभाल से पौधों की उम्र बढ़ती है और वे मौसम के बदलाव में भी हेल्दी रहते हैं।
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