दशहरा मेला में दो समूहों के बीच खूनी झड़प। फाइल फोटो
जागरण संवाददाता, रक्सौल, पूच। सीमा से सटे नेपाल के पर्सा जिला वीरगंज स्थित द्वारदेवी माई मंदिर (गहवा माई मंदिर) के पास मंगलवार देर रात दशहरा मेले में दो युवकों के समूहों के बीच हुई झड़प में एक युवक की मौत हो गई। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
इस घटना ने पूरे इलाके में सनसनी फैला दी है। मृतक की पहचान बाराबांकी के परवानीपुर ग्रामपालिका वार्ड नंबर 05 बहुअरी निवासी 22 वर्षीय शिवम साह कानू उर्फ गोल्डेन खान के रूप में हुई है।
वह हाल में वीरगंज महानगरपालिका वार्ड नंबर 10 में किराए के मकान में रह रहे थे और पेशे से ई–रिक्शा चालक थे। बताया गया कि मृतक के पिता हिंदू और मां मुस्लिम समुदाय से हैं।
बांस की लाठी से किया हमला
पुलिस के नियंत्रण कक्ष के अनुसार, मंगलवार रात करीब 11:45 बजे माईस्थान से गीता मंदिर जाने वाले मार्ग पर मेले में घूम रहे युवकों के बीच विवाद हो गया। विवाद बढ़ने पर दोनों पक्षों में मारपीट शुरू हो गई और इसी दौरान शिवम पर बांस की लाठी से हमला किया गया।bhubanehwar-crime,Raourkela police,illegal firecrackers,firecracker seizure,Operation Agni,Sector-18 Market,firecracker warehouse,firecracker bust,Sundergarh police,firecracker operation,illegal firecracker business,Odisha news
गंभीर रूप से घायल शिवम को नारायणी अस्पताल ले जाया जा रहा था कि रास्ते में ही उनकी मौत हो गई। घटना के बाद पुलिस ने मौके से दस युवकों को हिरासत में लिया है।
पुरानी रंजिश के चलते हुआ विवाद
पर्सा पुलिस प्रमुख एसपी सुदीपराज पाठक ने बताया कि यह कोई गैंग फाइट नहीं थी, बल्कि पुरानी रंजिश के चलते शिवम को निशाना बनाकर हमला किया गया।
इधर, शिवम की मौत के बाद परिजनों में कोहराम मच गया। मृतक के परिजनों ने कहा कि मेले में सुरक्षा व्यवस्था बेहद कमजोर थी। मौके पर पर्याप्त पुलिस बल तैनात रहता तो यह घटना टल सकती थी।
ग्रामीणों ने भी प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाया और मांग की कि दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए। घटना ने दशहरा मेले की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
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