उपाधि के साथ पीएचडी धारी। जागरण
जागरण संवाददाता, दरभंगा । बिहार के राज्यपाल सह कुलाधिपति आरिफ मोहम्मद खां की अध्यक्षता में शुक्रवार को डा. नागेन्द्र झा स्टेडियम में ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय के 11 वें दीक्षा समारोह में विभिन्न विषयों के 25 टापर छात्रों तथा एक ओवर आल टापर सहित 26 गोल्ड मेडलिस्ट, 80 पीएचडी धारी सहित करीब 1200 छात्र- छात्राओं को डिग्रियां प्रदान की गई। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
मेडल पाने के बाद छात्र-छात्राओं के चेहरे खुशी
गोल्ड मेडल पाते ही छात्र-छात्राओं के चेहरे खुशी से खिल उठे। टापर छात्रों ने कहा कि उन्हें गोल्ड मेडल पाकर बहुत खुश मिली है। विश्वविद्यालय ने उन्हें बहुत कुछ सिखाया है और दरभंगा ने उन्हें कैसे आगे बढ़ना है यह प्रेरणा दी है।
वर्तमान में लोग भाग-दौड़ भरे जीवन में भरोसा रखते हैं लेकिन, सहजता से कैसे आगे बढ़ना है इस बात को मिथिला सिखाता है। पीएचडी उपाधि पाने वाले छात्रों ने कहा कि उपाधि मिलना गौरव का विषय है। इससे व्यक्तित्व में निखार आता है।
छात्रों के मूल्यांकन का दिन होता है दीक्षांत
सम्मानित अतिथि के रूप में आईआईटी पटना के निदेशक प्रो. टीएन सिंह ने कहा कि दीक्षांत छात्रों एवं विश्वविद्यालय को अपने-आप के मूल्यांकन का दिन होता है। सूर्य की तरह प्रकाशमान बनने के लिए तपना भी पड़ता है।
छात्र अपने माता-पिता एवं शिक्षकों की अपेक्षाओं को पूरा करें, क्योंकि ये हमेशा उन्हें आगे बढ़ते देखना चाहते हैं। विश्वविद्यालय का उद्देश्य अच्छे व्यक्तियों का निर्माण करना होता है। उन्होंने कहा कि मिथिला विश्वविद्यालय दिन प्रतिदिन उत्तरोत्तर विकास कर रहा है, जिसके लिए कुलपति, शिक्षक, पदाधिकारी, कर्मचारी एवं छात्र-छात्राएं बधाई के पात्र हैं।
समारोह में विश्वविद्यालय के पदाधिकारियों एवं कर्मचारियों, डब्ल्यूआईटी की शिक्षकों एवं छात्राओं ने सराहनीय सहयोग किया। एनएसएस समन्वयक डा. आरएन चौरसिया एवं डा. प्रियंका राय के निर्देश में एनसीसी के 60 कैडेट्स तथा एनएसएस के 40 स्वयंसेवकों ने अपने 10 पदाधिकारियों के साथ पूर्ण रूप से सहयोग किया। |