LHC0088 • 2025-11-21 21:37:31 • views 362
Aligarh Madarsa Teachers: यहां देखें पूरी जानकारी।
एजुकेशन डेस्क, नई दिल्ली: यूपी में अलीगढ़ जिला प्रशासन की ओर से सभी मदरसों के लिए एक बड़ा कदम उठाते हुए सभी मदरसों में शिक्षकों के लिए उपस्थित दर्ज करने के लिए बायोमेट्रिक सिस्टम को अनिवार्य कर दिया गया है। अब मदरसा में पढ़ाने वाले सभी शिक्षकों को मदरसा में अपनी उपस्थिति को दर्ज करने के लिए बायोमेट्रिक अटेंडेंस दर्ज करनी होगी। बता दें, मदरसा में पढ़ाने वाले सभी शिक्षकों की सैलरी अब बायोमेट्रिक अटेंडेंस के आधार पर ही दी जाएगी। दरअसल यह कदम उत्तर प्रदेश सरकार के निर्देशों के आधार पर लिया गया है। इससे कामकाज में पारदर्शिता लाने में मदद मिलेगी। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
क्या कहा संजीव रंजन ने
जिला मजिस्ट्रेट संजीव रंजन द्वारा यह कहा गया है कि मदरसा में पढ़ाने वाले सभी शिक्षको का वेतन अब उनके बायोमेट्रिक अटेंडेंस के आधार पर ही दिया जाएगा। उन्होंने यह भी बताया कि जिला में चल रही अवैध मदरसों की पहचान के लिए फिलहाल प्रक्रिया को रोक दिया गया है। हालांकि अपंजीकृत मदरसों की जांच कब शुरू होगी इससे संबंधित फिलहाल कोई जानकारी साझा नहीं की गई है।
बायोमेट्रिक अटेंडेंस जरूरी क्यों
बायोमेट्रिक अटेंडेंस की जरिये मदरसा में पढ़ाने वाले शिक्षकों की पहचान करना बेहद ही आसान है। इससे न केवल कामकाज में पारदर्शिता आएगी, बल्कि सरकार के इस कदम से सरकारी निगरानी को मजबूत करने में भी मदद मिलेगी।
120 रजिस्टर्ड मदरसा
जिला अल्पसंख्यक विभाग के आंकड़ों के अनुसासार अलीगढ़ में कुल 120 रजिस्टर्ड मदरसे हैं। बता दें, इन मदरसों की सूची में चार मदरसा सरकारी सहायता प्राप्त है, जबकि 116 मदरसें गैर-सहायता प्राप्त हैं। सरकारी सहायता प्राप्त मदरसों में कुल 55 शिक्षक हैं और 14,000 छात्र हैं, जबकि गैर-सहायता प्राप्त मदरसों में कुल 200 शिक्षक हैं और 60,000 छात्रों की संख्या है।
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