ऑटो डेस्क, नई दिल्ली। भारत में बड़ी संख्या में लोग गाड़ी का उपयोग एक जगह से दूसरी जगह जाने के लिए करते हैं। लेकिन अधिकतर लोग अपनी कार के साथ लापरवाही करते हैं। जिसका नुकसान लंबे समय में होता है। ऐसा ही एक नुकसान कार के ब्रेक के साथ होता है। अगर हैंड ब्रेक के साथ लापरवाही की जाए तो वह खराब होने लगते हैं और एक समय के बाद हैंड ब्रेक फेल होने का खतरा भी बढ़ जाता है। ऐसी स्थिति में कार से किस तरह के संकेत मिलते हैं। हम आपको इस खबर में बता रहे हैं। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
लापरवाही से नुकसान
कार को हजारों पार्ट्स मिलाकर बनाया जाता है। इसलिए अगर कार के साथ लापरवाही की जाती है तो फिर लंबे समय में इसके नुकसान होने लगते हैं। कई बार कार में ओवरहीट की समस्या आती है तो कई बार और किसी तरह की समस्या आने लगती है। ऐसी ही एक समस्या ब्रेक फेल होने की भी है।
कब होता है फेल
आमतौर पर हैंडब्रेक को काफी कम उपयोग किया जाता है। किसी भी कार में इसके फेल होने का खतरा काफी कम होता है। अगर गाड़ी में हैंडब्रेक सामान्य से ज्यादा टाइट हो जाए तो इसकी वायर में गड़बड़ी हो सकती है। इसके अलावा अगर हैंडब्रेक को लगाया जाता है और यह टायर पर काफी धीरे या काफी कम पकड़ बनाता है तो भी हैंडब्रेक को चेक करवाना चाहिए। अगर सामान्य स्थिति में हैंडब्रेक लोड नहीं ले रहा हो और इसे लगाने पर भी कार पूरी तरह से नहीं रूकती है तो भी यह हैंडब्रेक फेल होने का संकेत होता है।
रखें इन बातों का ध्यान
कार के सामान्य ब्रेक की तरह ही हैंडब्रेक को भी समय समय पर उपयोग करते रहना बेहतर रहता है। सर्विस के समय भी हैंडब्रेक को चेक करवाया जा सकता है और जरूरत हो तो ऑयल या ग्रीस को लगाया जा सकता है। इसके अलावा अगर हैंडब्रेक हटाने के बाद भी कार में हैंडब्रेक की लाइट जलती है तो भी मैकेनिक के पास जाकर चेक करवाना चाहिए।
क्यों दिए जाते हैं हैंडब्रेक
सभी तरह की कारों में कंपनियों की ओर से हैंडब्रेक को दिया जाता है। इस ब्रेक को आपात ब्रेक के तौर पर भी जाना जाता है। इस तरह के ब्रेक को लगाने के लिए ड्राइवर के दाएं हाथ पर एक लीवर दिया जाता है। वहीं कुछ आधुनिक कारों में इनको पैर के पास भी दिया जाता है। हादसों से बचने के लिए हैंडब्रेक का उपयोग अंतिम समय में किया जाता है। |
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