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जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। दिल्ली नगर निगम में 17 करोड़ रुपये का बड़ा घोटाला सामने आया है। इसमें संविदा पर काम कर रहे असिस्टेंट हेल्थ इंस्पेक्टर को दोहरा वेतन का भुगतान करने की बात सामने आ रही है। हैरानी की बात है कि इसमें कई कर्मियों को नौकरी छोड़े जाने के बाद भी भुगतान किया गया। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
इस मामले को भाजपा पार्षद राजपाल सिंह ने स्थायी समिति की बैठक में उठाया। साथ ही मामले से अनभिज्ञ होने का दावा कर रहे अतिरिक्त आयुक्त पंकज नरेश अग्रवाल को भी पद से हटाने की मांग की। उन्होंने दावा किया कि अतिरिक्त आयुक्त की जानकारी में सब है लेकिन फिर भी इस मामले में जांच नहीं हुई।
बकौल, राजपाल सिंह के अनुसार वर्ष 2018 से 2024 के बीच 39 संविदा असिस्टेंट हेल्थ इंस्पेक्टर 17 करोड़ रुपये का भुगतान किया गया। साथ ही कई कर्मचारियों को पहले भी भुगतान किया जा चुका था तो फिर से उनका भुगतान किया गया।
राजपाल सिंह ने कहा कि यह कर्मचारी ग्रुप बी में आते हैं और इनका मामला हाईकोर्ट या फिर केंद्रीय प्रशासनिक न्यायाधिकरण में लड़ा जाना चाहिए था लेकिन लेबर कोर्ट में यह कर्मचारी समान कार्य और समान वेतन की मांग को लेकर चले गए और वहां से लेबर कोर्ट के आदेश पर कर्मचारियों को 17 करोड़ का भुगतान किया गया।
उन्होंने कहा कि इस मामले में कई कर्मचारी ऐसे थे जो पहले नौकरी छोड़ चुके थे फिर भी भुगतान किया गया। इस बीच एमसीडी ने हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया तो उन्हें कोई राहत नहीं मिली।
राजपाल सिंह ने कहा कि लेबर कोर्ट के आदेश एमसीडी के आयुक्त का खाता भी सीज किया गया और उसमें से 17 करोड़ की राशि निकालकर कर्मचारियों का भुगतान किया गया। हालांकि स्थायी समिति की चेयरपर्सन सत्या शर्मा ने इस मामले का संज्ञान लेते हुए सतर्कता विभाग से जांच के निर्देश दिए। हालांकि अधिकारियों का कहना है कि वह इस मामले में अब सुप्रीम कोर्ट में अपील दायर कर चुके हैं।
अश्लील मैसेज भेजने वाले प्रिंसिपल को निलंबित करने का आदेश
एमसीडी के किशनगढ़ स्थित स्कूल के प्रिंसिपल अवधेश मेहतो को स्थायी समिति ने निलंबित करने के आदेश दिए हैं। आरोप है कि मेहतो स्कूल की शिक्षिकाओं को अश्लील मैसेज कर रहे थे। जब उन्होंने शिकायत की तो भी कोई विभागीय कार्रवाई नहीं हुई।
इसके बाद स्थायी समिति में भाजपा पार्षद जगमोहन मेहलावत ने इस मुद्दे को उठाया तो पहले प्रिंसीपल को स्थानांतरित करने के आदेश दिए लेकिन शिक्षको में सख्त संदेश देते हुए प्रिंसीपल को निलंबित करने के आदेश जारी कर दिए।
शिक्षा समिति के चेयरमैन योगेश वर्मा ने बताया कि उनके पास भी शिकायत आई थी जिसकी शिकायत उन्होंने निगमायुक्त को कर दी थी। अब इस मामले की जांच चल रही है। प्रथमदृष्टया यह शिक्षकों को प्रताड़ित करने वाला मामला है।
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