जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। कांग्रेस ने बिहार चुनाव के लगभग एकतरफा नतीजों के बाद 12 राज्यों में हो रहे मतदाता सूची के विशेष सघन पुनरीक्षण (एसआइआर) को लेकर राजधानी दिल्ली के रामलीला मैदान में विशाल रैली करने का एलान कर चुनाव आयोग के खिलाफ मैदान में उतरने का बिगुल बजा दिया है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
चुनाव आयोग पर लोकतंत्र और विपक्षी दलों को खत्म करने का भयावह षडयंत्र रचने का गंभीर आरोप लगाते हुए पार्टी ने कहा कि बिहार के बाद अब इन राज्यों में कुछ वर्गों को टारगेट कर मतदाता सूची से उनके नाम काटे जा रहे हैं। एसआइआर प्रकिया में गंभीर खामियों का दावा करते हुए कांग्रेस ने यह आरोप भी लगाया है कि चुनाव आयोग पूरी तरह भाजपा के साए में काम कर रहा है।
एसआईआर पर जासूसी का आरोप
पार्टी के अनुसार कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे तथा लोकसभा में नेता विपक्ष राहुल गांधी ने चुनाव आयोग के इस षडयंत्र के प्रति प्रदेश कांग्रेस इकाईयों और नेताओं को आगाह करते हुए पूरी तरह सतर्क रहने को कहा है। कांग्रेस ने एसआइआर वाले 12 राज्यों के अपने अध्यक्षों, विधायक दल नेताओं तथा एआइसीसी के महासचिवों-प्रभारियों की मंगलवार को बुलाई महत्वपूर्ण बैठक के बाद चुनाव आयोग पर तीखा हमला किया।
कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने पत्रकारों से कहा बैठक में एसआइआर वाले सभी राज्यों के पार्टी नेताओं का अनुभव है कि इस प्रक्रिया के तहत चुनाव आयोग कुछ वर्गों को लक्षित कर उनका नाम वोटर लिस्ट से काट देना चाहता है। हमने बिहार में जो देखा 12 राज्यों में आयोग अब वही कर रहा है और एसआइआर प्रक्रिया को असंवैधानिक तरीके से डिजाइन किया गया है।
वेणुगोपाल ने कहा \“\“एसआइआर चुनाव आयोग का लोकतंत्र तथा विपक्षी पार्टियों को खत्म करने का भयावह तथा सुनियोजित षडयंत्र है जो इस देश के इतिहास में कभी नहीं हुआ।\“\“ आयोग की घेरेबंदी तेज करने के पार्टी के फैसले का एलान करते हुए वेणुगोपाल ने कहा कि हम सड़कों पर उतर रहे हैं और दिसंबर के पहले सप्ताह में रामलीला मैदान में लाखों लोगों की एक विशाल रैली कर चुनाव आयोग के पर्दाफाश करेंगे।
चुनाव आयोग पर निष्पक्षता में विफलता का आरोप
आनन-फानन में एसआइआर कराने के फैसले पर सवाल उठाते हुए आरोप लगाया कि चुनाव आयोग भाजपा तथा पीएम नरेन्द्र मोदी के लिए काम कर रहा है। उत्तरप्रदेश, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, गोवा, गुजरात, राजस्थान, पश्चिम बंगाल, केरल, तमिलनाडु, पुडुचेरी, अंडमान-निकोबार और लक्षद्वीप एसआइआर वाले सभी 12 राज्यों के कांग्रेस नेताओं ने इस बैठक में हिस्सा लिया। राहुल गांधी समेत इन राज्यों से जुड़े कांग्रेस कार्यसमिति के सदस्य भी बैठक में शामिल हुए।
मल्लिकार्जुन खरगे ने बैठक के बाद एक्स पोस्ट में कहा कि हमारा ²ढ़ विश्वास है कि भाजपा वोट चोरी के लिए एसआइआर प्रक्रिया को हथियार बनाने की कोशिश कर रही है। अगर चुनाव आयोग इस पर ध्यान नहीं देता है तो यह केवल प्रशासनिक विफलता नहीं बल्कि इस पर चुप्पी मिलीभगत बन जाती है।
खरगे ने आयोग को रवैया सुधारने की दी नसीहत
मतदाता सूचियों की अखंडता की रक्षा के लिए कांग्रेस की प्रतिबद्धता व्यक्त करते हुए खरगे ने आयोग को रवैया सुधारने की नसीहत दी और कहा कि ऐसे समय में जब लोकतांत्रिक संस्थाओं में जनता का विश्वास पहले से ही कमजोर है, एसआइआर के दौरान चुनाव आयोग का आचरण बेहद निराशाजनक रहा है।
चुनाव आयोग को तुरंत यह दिखाना होगा कि वह भाजपा के साए में काम नहीं कर रहा है और उसे किसी सत्तारूढ़ दल के प्रति नहीं बल्कि भारत की जनता के प्रति अपनी संवैधानिक शपथ और निष्ठा का ध्यान है।
खरगे ने कहा कि एसआइआर की समीक्षा बैठक के दौरान यह तय हुआ कि कांग्रेस के कार्यकर्ता, बीएलओ और जिला, शहर, तथा ब्लाक अध्यक्ष निरंतर सतर्क रहेंगे और हम असली मतदाताओं को हटाने या फर्जी मतदाताओं को शामिल करने की हर कोशिश का पर्दाफाश करेंगे। कांग्रेस संस्थाओं के पक्षपातपूर्ण दुरुपयोग से लोकतांत्रिक सुरक्षा उपायों को कम नहीं होने देगी। |