अंकुर अग्निहोत्री, पलवल। पलवल जिले के बहरौला गांव में प्रस्तावित अंतरराष्ट्रीय खेल स्टेडियम अब 124 एकड़ भूमि पर तैयार होगा। जबकि पहले 100 एकड़ भूमि पर स्टेडियम को तैयार करने की योजना बनाई गई थी। स्टेडियम निर्माण के लिए लोक निर्माण विभाग ने फिजिबिलिटी रिपोर्ट तैयार कर शासन को भेज दी है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
वहां से मंजूरी मिलने के बाद आगे की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। फिजिबिलिटी रिपोर्ट में स्टेडियम के निर्माण की लागत, राजमार्ग की दूरी और तकनीकी संभावनाओं जैसे सभी पहलुओं का मूल्यांकन किया गया है। छह जून को पलवल अनाज मंडी में आयोजित धन्यवाद रैली में खेल राज्यमंत्री गौरव गौतम की मांग पर सीएम नायब सैनी ने अंतरराष्ट्रीय खेल स्टेडियम की घोषणा की थी।
जिले को खेलों के क्षेत्र में नई पहचान दिलाने के लिए प्रदेश सरकार के नेतृत्व में खेल राज्यमंत्री गौरव गौतम बड़े स्तर पर तैयारी कर रहे हैं। इसी दिशा में बहरौला गांव में अंतरराष्ट्रीय खेल स्टेडियम बनाया जा रहा है। स्टेडियम में क्रिकेट ग्राउंड, बैडमिंटन हॉल, बाक्सिंग हॉल, एथलेटिक्स ट्रैक, फिटनेस एवं रीहैब सेंटर, होटल और रेस्टोरेंट जैसी सुविधाएं उपलब्ध होंगी। स्टेडियम में 35 से 50 हजार दर्शकों के बैठने की व्यवस्था भी होगी।
ग्राम पंचायत ने रखी मांगें
अंतरराष्ट्रीय खेल स्टेडियम को लेकर बहरौला ग्राम पंचायत ने शासन के समक्ष कुछ मांगें रखी हैं। ग्राम पंचायत का कहना है कि गांव में अंतरराष्ट्रीय खेल स्टेडियम बनने के बाद ग्रामीणों को निश्शुल्क मैच देखने की सुविधा मिले। स्टेडियम में चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारियों की नियुक्ति के समय गांव के युवा को वरीयता दी जाए। यदि स्टेडियम में कैंटीन सुविधा हो, तो उसका ठेका गांव वालों को ही मिले। ग्राम पंचायत की इन मांगों की फाइल बनाकर खेल विभाग व लोक निर्माण विभाग ने शासन को भेज दी है
सुभाष चंद्र बोस स्टेडियम का सौंदर्यीकरण का कार्य शुरू
शहर में सुभाष चंद्र बोस स्टेडियम के सौंदर्यीकरण का काम शुरू हो गया है। चार करोड़ 26 लाख रुपये की लागत से स्टेडियम का सौंदर्यीकरण किया जा रहा है। इसके तहत स्टेडियम छह फुट की बाउंड्री वाल, वाकिंग ट्रैक, फाउंटेन वालीबाल कोर्ट में फेंसिंग लगाना शामिल है।
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बता दें कि सुभाष चंद्र बोस स्टेडियम एक मात्र जिलास्तरीय स्टेडियम है। यहां पर जिलास्तरीय व प्रदेशस्तरीय खेल प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाता है। दशहरा मेला भी इसी स्टेडियम में लगता है। शहर के अधिकतर लोग इसी स्टेडियम में वार्निंग वाक करने आते हैं। इसे जिले की पहचान के रूप में देखा जाता है।
देखिए, अभी सभी चीजें प्रारंभिक चरण में हैं। अभी तो स्टेडियम की फिजिबिलिटी रिपोर्ट बनाकर शासन को भेजी गई है। वहां से अप्रूवल मिलने के बाद आगे की प्रक्रिया पर काम किया जाएगा। - रितेश यादव, एक्सईएन, लोक निर्माण विभाग |