64.65 लाख यात्री लौटे दूसरे प्रदेश
जागरण संवाददाता, पटना। छठ महापर्व के बाद दानापुर रेल मंडल से बड़ी संख्या में यात्रियों ने विभिन्न प्रदेशों की यात्रा की। 28 अक्टूबर से 16 नवंबर तक 64 लाख 65 हजार 330 यात्री दानापुर मंडल के स्टेशनों से टिकट लेकर यात्रा किए हैं। इन यात्रियों से मंडल को 126.04 करोड़ रुपये का राजस्व प्राप्त हुआ। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
आंकड़ों के अनुसार, इस अवधि में 10 लाख 66 हजार 42 यात्रियों ने आरक्षित टिकट से, जबकि 53 लाख 99 हजार 288 यात्रियों ने अनारक्षित (यूटीएस) टिकट लेकर यात्रा की। यात्रियों की सुविधा और भीड़ प्रबंधन के लिए मंडल ने 334 अतिरिक्त फेस्टिवल स्पेशल ट्रेनों का परिचालन किया।
मंडल रेल प्रबंधक और सभी वरिष्ठ अधिकारी स्वयं पटना जंक्शन, राजेंद्र नगर टर्मिनल तथा दानापुर जैसे व्यस्त स्टेशनों पर पहुंचकर व्यवस्थाओं का जायजा लेते रहे।
स्टेशनों पर होल्डिंग एरिया, सीसीटीवी निगरानी, ‘मे आई हेल्प यू’ बूथ, पोर्टेबल मोबाइल टिकटिंग सुविधा, ट्रेन इंडिकेशन बोर्ड, उद्घोषणा प्रणाली और पेयजल की समुचित व्यवस्था की गई। पिछले साल की तुलना में लगभग छह लाख अधिक यात्री इस अवधि में यात्रा किए हैं।
भीड़ प्रबंधन के लिए की गई विशेष व्यवस्था
वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक अभिनव सिद्धार्थ ने बताया कि छठ के स्वागत में स्टेशनों और ट्रेनों में छठ गीत बजाए गए, जबकि विदाई के समय विरह गीतों से माहौल को भावुक बनाया गया।
भीड़ प्रबंधन के लिए रेलवे कर्मचारियों के साथ-साथ आरपीएफ, जीआरपी, स्काउट-गाइड और अन्य विभागों के कर्मचारियों को भी लगाया गया। यात्रियों को कतारबद्ध करके ट्रेन में चढ़ाने की व्यवस्था की गई।
प्रमुख स्टेशनों पर टीटीई, आरपीएफ के अतिरिक्त वरिष्ठ अधिकारियों की भी ड्यूटी लगाई गई। यात्री सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए मुख्य स्टेशनों पर 24 घंटे सीसीटीवी निगरानी की गई।
यात्रियों के लिए मेडिकल बूथ स्थापित
पटना जंक्शन पर यात्रियों की सुविधा के लिए महावीर मंदिर की ओर वाली मुख्य पार्किंग को 24 अक्टूबर से दो नवंबर तक पूरी तरह बंद रखा गया ताकि यात्री बिना किसी अवरोध के आवागमन कर सकें। इस दौरान वैकल्पिक पार्किंग की व्यवस्था भी सुनिश्चित की गई।
चिकित्सा सहायता के लिए स्टेशनों पर मेडिकल बूथ स्थापित किए गए। ट्रेनों और स्टेशनों पर लगातार उद्घोषणा के माध्यम से यात्रियों को ट्रेनों की जानकारी दी जाती रही। भीड़ प्रबंधन और यात्री सुविधा को लेकर मंडल स्तर पर लगातार समीक्षा बैठकें आयोजित की गईं और आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए गए।
दानापुर मंडल के अधिकारी और कर्मचारी पूरे 20 दिनों तक चौबीसों घंटे ड्यूटी पर डटे रहे। रेलवे की इन कोशिशों से छठ यात्रियों को सुरक्षित और सुगम यात्रा का लाभ मिला। |