deltin33 • 2025-11-15 22:34:40 • views 399
पेट फूलने से पाएं राहत: 5 आसान घरेलू उपाय (Picture Credit- AI Generated)
लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। आमतौर पर गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल ट्रैक्ट (GI) के किसी हिस्से में गैस बनने पर ब्लोटिंग की समस्या होती है। इसकी वजह से पेट सामान्य से अधिक फूला हुआ नजर आता है और दर्द महसूस होता है। कई बार फ्लूइड रिटेंशन की वजह से भी ब्लोटिंग की समस्या होती है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
इससे बचाव के लिए पहले इसके होने के कारण को जानना जरूरी है और बार-बार ऐसा होने पर इसके ट्रिगर की पहचान करना भी। आइए जानते हैं ब्लोटिंग के क्या ट्रिगर्स हो सकते हैं और इनसे आप कैसे बच सकते हैं।
अपने ट्रिगर को पहचानें
- पेट से जुड़ी समस्याएं: कब्ज, फूड एलर्जी और दूध जैसी चीजों से इंटॉलरेंस की वजह से ब्लोटिंग हो सकती है।
- खानपान: सोडा युक्त ड्रिंक, जरूरत से ज्यादा नमक या शक्कर वाली चीजें और खाने में पर्याप्त फाइबर ना होना इसकी वजह हो सकता है।
- हॉर्मोनल बदलाव: कई महिलाओं को पीरियड आने से पहले और उस दौरान ब्लोटिंग महसूस होती है।
झटपट राहत पाने के लिए
चलने-फिरने से आपका बाउल मूवमेंट भी बेहतर होता है, जिससे अतिरिक्त गैस या मल बाहर निकालने में मदद मिलती है। अगर पेट ज्यादा फूला हुआ महसूस हो रहा है तो अपने अपार्टमेंट के आस-पास ही थोड़ी देर की वॉक से राहत मिल सकती है।
कुछ खास प्रकार के योगासन पेट की मसल्स को गैस बाहर निकलने में मदद करते हैं। इससे ब्लोटिंग में आराम मिल जाता है। बालासान, आनंद बालासन या उकडू बैठने जैसे पोज आराम दिला सकते हैं।
पेट के ऊपर मसाज करने से बाउल मूवमेंट में मदद मिलती है। इसके लिए अपने हाथों को हिप बोन के ठीक ऊपर रखें। अब सर्कुलर मोशन में दाईं ओर हल्का दबाव डालें। ऐसा करते हुए धीरे-धीरे बाएं हिप बोन की तरफ बढ़ें। अगर आराम न मिले तो इस प्रक्रिया को दोहरा सकते हैं।
हल्के गुनगुने पानी से नहाने से पेट फूलने की स्थिति में थोड़ा आराम मिलता है। इससे पेट के तनाव का स्तर कम होता है और वह सामान्य तरीके से काम करने लगता है।
- गैस से राहत देने वाली दवा
कई बार टेबलेट या लिक्विड, गैस से राहत दिलाने में कारगर साबित होते हैं। इससे डाइजेस्टिव ट्रैक्ट में मौजूद अतिरिक्त गैस बाहर निकल जाती है और पेट का भारीपन कम होता है। लेकिन बार-बार ऐसा होने पर डॉक्टर से सलाह लेना सही है।
ये बीमारियां भी बनती हैं ब्लोटिंग की वजह
- इन्फ्लेमेट्री बाउल डिजीज
- इरिटेबल बाउल सिंड्रोम
- एंडियोमेट्रियोसिस और ओवेरियन सिस्ट जैसे स्त्रीरोग।
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