उमर अब्दुल्ला ने कहा कि राज्य का दर्जा न देना केंद्र की नीयत पर सवाल उठाता है।
राज्य ब्यूरो, जागरण, श्रीनगर। मुख्यमत्री उमर अब्दुल्ला ने द्र सरकार को जम्मू कश्मीर के लोगों के सब्र का इम्तिहान न लेने की अपील करते हुए कहा कि जम्मू कश्मीर को राज्य का दर्जा प्रदान करना, जम्मू कश्मीर और इसकी जनता का एक मौलिक संवैधानिक अधिकार है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
ऐसा न हो कि यहां भी स्थिति लद्दाख जैसी अशांति में न बदल जाए। उन्होने यह चेतावनी गत सोमवार को गांदरबल में अपने दौरे के दौरान पत्रकारों के साथ बातचीत के दौरान दी।
गांदरबल में मुख्यमंत्री 36 करोड़ रूपये की विकास परियोजनाओं का उद्घाटन किया। उन्होंने इस अवसर पर गांदरबल के प्रत्येक ब्लाक में सभी सुविधाओं से लैस एक क्रिकेट व फुटबाल मैदान भी स्थापित करने का एलान किया। इस दौरान उन्होंने बैडमिंटन में अपने हाथ आजमाने के साथ साथ स्थानीय खिलाडियों के साथ 100 मीटर स्प्रिंट में भी भाग लिया।
यह भी पढ़ें- जम्मू शहर को स्मार्ट और टिकाऊ बनाने के लिए एलजी सिन्हा ने की महत्वपूर्ण घोषणाएं, 60 परियोजनाओं की आधारशिला रखी
राज्य का दर्जा न देना केंद्र की नीयत पर सवाल पैदा करता है
गांदरबल मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला का निर्वाचन क्षेत्र है। गांदरबल में अपने दौरे के दौरान मुख्यमंत्री ने पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए कहा कि जम्मू कश्मीर को राज्य के दर्जे से वंचित रखना, केंद्र की नीयत पर ही सवाल पैदा करता है। लद्दाख की स्थिति हमारे सामने है। यहां भी स्थिति पल भर में बदल सकती है, लेकिन हम नहीं चाहते कि यह लद्दाख जैसी स्थिति तक पहुंचे।
राज्य का दर्जा हमारा अधिकार
राज्य का दर्जा हमारा अधिकार है। लद्दाख के लोगों ने केंद्र शासित प्रदेश का दर्जा मांगा था, लेकिन इससे उनकी ज़िंदगी में कोई सुधार नहीं हुआ। हम नहीं चाहते कि यहां निर्दोष लोग परेशान हों। उन्होंने जोर देकर कहा कि उनकी पार्टी इस मुद्दे को शांतिपूर्ण तरीके से आगे बढ़ाती रहेगी। मुख्यमंत्री ने याद दिलाया कि भारत सरकार ने पहले ही राज्य का दर्जा बहाल करने का वादा किया है और सुप्रीम कोर्ट में भी यह आश्वासन दिया है।
यह भी पढ़ें- कश्मीर पुलिस की बड़ी कार्रवाई, तहरीके हुर्रियत, जेकेएनएफ के खिलाफ आरोपपत्र दायर; जानें क्या है आरोप
परिसीमन और चुनाव की प्रक्रिया भी पूरी हो चुकी
उन्होंने कहा कि परिसीमन और चुनाव की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। अब आगे राज्य का दर्जा बहाल करना है। लोगों ने अब तक बहुत धैर्य दिखाया है, लेकिन अब वादे को पूरा करने का समय है। लद्दाख के हालात का उल्लेख करते हुए उमर अब्दुल्ला ने कहा कि हमारी पार्टी नेशनल कान्फ्रेंस ने पहले ही चेतावनी दी थी कि केंद्र शासित प्रदेश के दर्जे की मांग के अप्रत्याशित परिणाम हो सकते हैं।
लद्दाख के लोगों का नई व्यवस्था में भी कोई सुधार नहीं हुआ
हमने हमेशा लद्दाख के लोगों से कहा था कि वे जो मांग कर रहे हैं, वह उनके लिए महंगी साबित हो सकती है। दुख की बात है कि नई व्यवस्था में उनकी ज़िंदगी में कोई सुधार नहीं हुआ है। इससे पूर्व उन्होंने ज 36.50 करोड़ रुपये की 12 से अधिक विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया। उन्होंने जिले में खेल और बिजली क्षेत्र में बुनियादी ढांचे को मजबूत करने और सड़क कनेक्टिविटी में सुधार के लिए अपनी सरकार की प्रतिबद्धता को दोहराया।Worlds Highest Bridge, Huajiang Grand Canyon Bridge, China bridge construction, Guizhou province bridge, High altitude bridge, China infrastructure projects, Steel truss suspension bridge, China Railway Group, CREC bridge construction
यह भी पढ़ें- जम्मू तक बिछेगी 216 KM लंबी रेल लाइन, पंजाब से कनेक्टिविटी हो जाएगी आसान, इन जिलों को फायदा
कई विकास योजनाओं का किया उद्घाटन
बीहामा में, मुख्यमंत्री ने छह प्रमुख खेल बुनियादी ढांचे परियोजनाओं का उद्घाटन किया, जिसमें बीहामा स्टेडियम, मदर-ए-महर्बान स्टेडियम और गुंड रहमान, मणिगाम, वकुरा और बट्टविना में खेल मैदानों का उन्नयन शामिल है।
युवाओं के लिए नए खेल उपकरण का अनावरण करते हुए, मुख्यमंत्री ने जूडो, थांग-टा और योग में शानदार प्रदर्शन भी देखा। सलूरा में सलोरा में, मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने 33/11 केवी, 1x6 एमवीए रिसीविंग स्टेशन का उद्घाटन कर उसे जनता को समर्पित किया।
खुद भी 100 मीटर स्प्रिंट में हुए शामिल
इसके बाद उन्होंने गडूरा में गवर्नमेंट कालेज ऑफ फिजिकल एजुकेशन (जीसीओपीई) में प्री-फैब इनडोर बैडमिंटन हाल का उद्घाटन किया। उन्होंने वहां एक मैत्रीपूर्ण बैडमिंटन मैच में भाग भी लिया। इस परिसर में, मुख्यमंत्री ने 400 मीटर सिंथेटिक एथलेटिक ट्रैक और एक सिंथेटिक फुटबॉल टर्फ का उद्घाटन किया। उन्होंने लड़कियों की 100 मीटर स्प्रिंट का शुभारंभ किया और फिर खुद भी 100 मीटर स्प्रिंट में भाग लिया, जिसे लोगों ने तालियों से सराहा।
यह भी पढ़ें- नवरात्र के बाद जम्मू से बहाल होंगी आठ ट्रेनें, वंदे भारत पर भी आया अपडेट; देखें लिस्ट
सड़क कनेक्टिविटी परियोजनाओं की आधारशिला रखी
मुख्यमंत्री ने चार महत्वपूर्ण सड़क कनेक्टिविटी परियोजनाओं की आधारशिला भी रखी, जिनमें शाजिंगा लिंक रोड और खतिजिनग रोड का उन्नयन;डा मोहल्ला-वाटलबाग-डेंगरपोरा सड़क का निर्माण और उन्नयन, पट्टी वास्कुरा-खारबाग सड़क का निर्माणय और तहसील बाग-लसर बायपास-यानिहामा-डेंगरपोरा सड़क का निर्माण शामिल हैं।
गवर्नमेंट कालेफ फिजिकल एजुकेशन में बड़ी संख्या में लोगों को संबोधित करते हुए, उमर अब्दुल्ला ने दिन के उद्घाटन और कई कार्यों की आधारशिला को गांदरबल में विकास के एक नए युग की शुरुआत बताया। उन्होंने कहा कि ये परियोजनाएं लोगों के लिए कोई एहसान नहीं, बल्कि उनके विश्वास और समर्थन के लिए आभार व्यक्त करना है।
गांदरबल में क्रिकेट-फुटबाल ग्राउंड देने का किया वादा
मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि गांदरबल के हर ब्लाक में एक आधुनिक क्रिकेट और फुटबॉल ग्राउंड, साथ ही इंटरनेट सुविधा वाले पुस्तकालय और वाचनालय होगा, ताकि खेल प्रेमियों और प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे छात्रों दोनों को समान रूप से मदद मिल सके।
यह भी पढ़ें- Mata Vaishno Devi Yatra में श्रद्धालुओं के उत्साह और आस्था का अनोखा संगम, मां के भक्तों को दी जा रही ये सुविधाएं
उन्होंने युवा सेवा और खेल विभाग से गैर-शैक्षणिक समय में जीसीओपीई के एथलेटिक ट्रैक और फुटबॉल टर्फ को स्थानीय लोगों के लिए खोलने का अनुरोध किया, ताकि अधिक से अधिक समुदाय की भागीदारी सुनिश्चित हो सके।
 |