इंदौर: भाई की हत्या का आरोपी एएसआई बर्खास्त। इमेज सोर्स- सोशल मीडिया
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। मध्य प्रदेश के इंदौर में तैनात एक सहायक उप-निरीक्षक (ASI) को अपने भाई की हत्या के मामले में कथित संलिप्तता के बाद सेवा से बर्खास्त कर दिया गया है। ASI की पहचान भानुप्रताप सिंह तोमर के रूप में हुई है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
उस पर पारिवारिक विवाद के चलते अपने बड़े भाई अजय तोमर की हत्या का आरोप है। फिलहाल आरोपी ASI फरार है। एक अधिकारी ने बताया कि पुलिस ने उसकी गिरफ्तारी में मददगार सूचना देने वाले को 10,000 रुपये का नकद इनाम देने का एलान किया है।
भाई ने की थी पिता की हत्या
समाचार एजेंसी ANI से बात करते हुए, अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त राजेश दंडोतिया ने कहा, \“एएसआई भानु प्रताप सिंह तोमर को सेवा से बर्खास्त कर दिया गया है। मामला 2017 में हुई एक हत्या से जुड़ा हुआ है, जिसमें अजय तोमर नाम के एक व्यक्ति ने पारिवारिक विवाद के चलते शिवपुरी जिले में अपने पिता हनुमान सिंह तोमर की हत्या कर दी थी।
इसके बाद उसे जेल भेज दिया गया था। हनुमान सिंह तोमर पहले सब इंस्पेक्टर थे, बाद में उन्हें इंस्पेक्टर के पद पर पदोन्नत किया गया था। अनुकंपा नियुक्ति के तहत अजय के छोटे भाई भानु प्रताप सिंह तोमर को यह नौकरी मिली थी।“
पुलिस ने रखा 10 हजार का इनाम
इसके बाद, इसी साल 23-24 जुलाई की रात को, ASI भानु प्रताप तोमर ने पैरोल पर आए अपने भाई अजय तोमर की कथित तौर पर हत्या कर दी। मामले की जांच के दौरान, चार आरोपियों को गिरफ्तार किया गया लेकिन भानु प्रताप तोमर अभी भी फरार हो गया। अधिकारी ने बताया कि उसकी गिरफ्तारी पर 10,000 रुपये का इनाम भी घोषित किया गया था।
पारिवारिक विवाद में हुई थी हत्या
उन्होंने आगे बताया, “विभागीय जांच में पता चला है कि भानु प्रताप तोमर लगातार अनुपस्थित रहता था। 21 जुलाई से 25 जुलाई तक छुट्टी पर था। लेकिन उसने 24 जुलाई की सुबह बायोमेट्रिक पर अपनी अटेंडेंस लगाई थी। इसके अलावा, उसने रजिस्टर में भी उपस्थिति दर्ज कराई और फिर चला गया। उसे कई बार नोटिस दिया गया, लेकिन वह ड्यूटी पर नही आया।
इसलिए डीसीपी मुख्यालय ने उसे अनुशासनहीनता, ड्यूटी से अनुपस्थित रहने और षड्यंत्रकारी प्रवृत्ति के कारण सेवा से बर्खास्त कर दिया है। वह इंदौर में डीसीपी मुख्यालय में एएसआई के पद पर तैनात था।“ अधिकारी ने यह भी बताया कि हत्या का कारण भाइयों के बीच संपत्ति को लेकर पारिवारिक विवाद था। |