अब जाम से मिलेगी मुक्ति, रिंग रोड को मिली मंजूरी।- सांकेतिक तस्वीर
जागरण संवाददाता, बदायूं। हर दिन जाम से जूझने वाले लोगों के लिए यह एक बड़ी खुशखबरी है। अब शहर के लोगों जाम से मुक्ति मिलने वाली है। हम ऐसा इसलिए कह रहे हैं क्योंकि बहुप्रतिक्षित से जिस रिंग रोड को बनाने के लिए मांग चल रही थी, उसे एनएचएआई की ओर से मंजूरी मिल गई है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
सदर विधायक महेश चंद्र गुप्ता द्वारा भेजे गए प्रस्ताव पर केंद्रीय मंत्री बीएल वर्मा लगातार केंद्र में इसके लिए पैरवी कर रहे थे। 26 सितंबर को इसकी मंजूरी मिली। इसके बाद सोमवार को केंद्रीय मंत्री बीएल वर्मा ने इसकी जानकारी सार्वजनिक की। एनएचएआई के परियोजना निदेशक ने मेसर्स मार्क टेक्नोक्रेट्स लिमिटेड व वायट्स साल्यूशंस प्राइवेट लिमिटेड को डीपीआर बनाने के निर्देश दिए हैं।
यह रिंग रोड बरेली से शुरू होकर अलापुर रोड होते हुए मेडिकल कॉलेज के पास जाकर निकलेगा। इससे शहर का पूरा यातायात इसी रिंग रोड पर कन्वर्ट हो जाएगा। यह रिंग रोड जिले के लिए एक बड़ी उपलब्धि है। जिलाध्यक्ष राजीव गुप्ता ने कहा कि इससे यातयात सुगम तो होगा ही साथ ही औद्योगिक विकास को भी पंख लगेंगे।
अब तक शहर में लगने वाले जाम का प्रमुख कारण फर्रुखाबाद, शाहजहांपुर, ककराला, उसहैत, अलापुर, उसावां, दातागंज की ओर से आने वाले वाहन हैं। बरेली जाने वाले इन कस्बों के लोग शहर से होकर अपने वाहनों से गुजरते हैं। जिससे जाम की समस्या बढ़ जाती है। इसी समस्या को देखते हुए रिंग रोड की मांग कई बार उठाई गई थी। लोकसभा का चुनाव हो या विधानसभा का सभी में रिंग रोड का मुद्दा जोर उठाया गया। सदर विधायक महेश चंद्र गुप्ता ने इसे देखते हुए पूर्व में प्रस्ताव तैयार कराकर शासन को भेजा था।
यह रिंग रोड बरेली, दातागंज, ककराला, कादरचौक रोड से होते हुए बरेली रोड पर आता है। इससे शहर ही नहीं बल्कि दूसरे जिलों से आने वाले वाहनों चालकों को भी राहत मिलती। लेकिन वर्ष 2024 में शासन स्तर से इसमें मानक पूरे न होने के कारण इसे स्वीकृति नहीं दी थी। लेकिन सदर विधायक ने बाद में वर्ष 2024 के सितंबर माह में दोबारा प्रस्ताव तैयार कर इसे भिजवाया था। उन्होंने ही इस प्रमुख मुद्दे को केंद्रीय मंत्री बीएल वर्मा के समक्ष रखा था। जिसके बाद केंद्रीय मंत्री बीएल वर्मा ने सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी से मिलकर इस जरूरत वाले रिंग रोड के बारे में बताया और इसे स्वीकृति दिलाने की मांग की थी। बाद में पत्र भेजकर भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के अध्यक्ष आइएएस संतोष कुमार यादव को भी बीती 25 सितंबर इसकी जानकारी दी और रिमांइडर भेजा। इसके फलस्वरूप एक दिन बाद ही इसे मंजूरी मिली।
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भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) की ओर से जिले के अधिकारियों को इससे अवगत कराया गया। एनएचएआई के परियोजना निदेशक उत्कर्ष शुक्ला ने इसकी डीपीआर बनाने के लिए मेसर्स मार्क टेक्नोक्रेट्स लिमिटेड व वायट्स साल्यूशंस प्राइवेट लिमिटेड को जिम्मेदारी सौंपी है। सोमवार को लोधी छात्रावास में केंद्रीय मंत्री बीएल वर्मा, सदर विधायक महेश चंद्र गुप्ता और भाजपा जिलाध्यक्ष राजीव कुमार गुप्ता ने संयुक्त रूप से स्वीकृति पत्र दिखाते व जारी करते हुए जिले व शहर के लोगों को इसकी बधाई दी। उम्मीद जताई की जल्द ही डीपीआर समेत अन्य कार्य पूरी हो जाएंगे। इसके बाद तेजी से इसका कार्य कराया जाएगा।
18.5 किमी लंबा होगा हमारा रिंग रोड
केंद्रीय मंत्री ने बताया कि रिंग रोड बनाने के लिए सर्वे आदि का कार्य पूर्व में हो चुका है। अब नए सिरे से इसकी डीपीआर बनेगी तो सर्वे फिर से होगा। बताया कि यह रिंग रोड 18.5 किलोमीटर लंबा होगा। यह बरेली रोड से शुरू होकर दातागंज रोड, ककराला, उसावां मार्ग को जोड़ता हुआ कादरचौक, शेखूपुर होते हुए मेडिकल कॉलेज के आसपास निकलेगा। उन्होंने बताया कि इस रिंग रोड में आसपास के करीब सौ गांव के किसानों की जमीन आएगी।
आसान हो जाएगी राह
रिंग रोड के बनने से शहर की राह आसान हो जाएगी। वहीं आसपास के कस्बे जैसे ककराला, अलापुर, दातागंज, मूसाझाग, उसावां आदि से आने वाले लोगों को शहर से होकर नहीं गुजरना पड़ेगा। रिंग रोड बनने पर वह सीधे अपने मार्ग से रिंग रोड से होकर शहर के बाहर होते हुए बरेली रोड पर निकल जाएंगे। जिससे समय की बचत होगी।
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