सरकार द्वारा खरीद पोर्टल शुरू करने के बावजूद धान की सरकारी खरीद शुरू नहीं होने से किसान परेशान हैं।
जागरण संवाददाता, सोनीपत। सरकार ने 22 सितंबर को खरीद पोर्टल तो खोल दिया, लेकिन पीआर धान खरीद शुरू होने के एक हफ्ते बाद भी अनाज मंडी में सरकारी खरीद शुरू नहीं हो पाई है। किसान अपनी उपज लेकर मंडी के चक्कर लगाने को मजबूर हैं। कई किसान धान लेकर पहुंचते हैं और पूरा दिन इंतजार करने के बाद अपनी उपज वापस घर ले जाते हैं। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
नई अनाज मंडी में केवल 1509 किस्म का ही चावल आ रहा है। सोमवार को औरंगाबाद गांव के किसान अनिल अपनी ढाई एकड़ फसल लेकर पहुंचे, लेकिन कोई खरीदार न मिलने पर उन्हें अपना धान नरेला मंडी ले जाना पड़ा। किसान का कहना है कि अगर नरेला में भी धान नहीं बिका तो वे समालखा मंडी का रुख करेंगे।
उन्होंने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि किसानों को अपनी उपज बेचने के लिए संघर्ष करना पड़ रहा है। वहीं, मंडी में हाथ से काटे गए धान के दाम मशीन से काटे गए धान से ज्यादा मिल रहे हैं।patna-city-politics,Prashant Kishor allegations,Samrat Choudhary controversy,Bihar BJP,Patna City news,Danish Iqbal,Ashok Choudhary,Tarapur massacre,Shilpi Jain murder case,Bihar politics,Mahagathbandhan government,Bihar news
सोमवार को हाथ से कटाई वाली किस्म 1509 की बोली ₹3,201 प्रति क्विंटल तक पहुंच गई, जबकि मशीन से कटाई वाले धान का भाव ₹2,950 प्रति क्विंटल रहा। शुरुआत में इस किस्म की बोली ₹3,161 तक पहुँच गई थी, लेकिन अब दाम लगातार गिर रहे हैं। किसानों का कहना है कि अगर सरकार ने जल्द ही खरीद प्रक्रिया शुरू नहीं की, तो स्थिति और गंभीर हो जाएगी।
सरकारी निर्देशों पर, पीआर धान की सरकारी खरीद शुरू हो गई है। इसके लिए कर्मचारियों की तैनाती कर दी गई है। किसान अपनी फसल को सुखाकर ही मंडी में लाएं।
- ज्योति मोर, हरियाणा कृषि विपणन बोर्ड, सोनीपत
 |