सास ने पुत्र वधू के साथ कराई लूट (प्रतीकात्मक फोटो)
संवाद सहयोगी, जागरण, मुजफ्फरनगर। कहते हैं कि घर की लड़ाई बाहर निकल जाए तो रिश्तों की नींव हिल जाती है। पुरकाजी थाना क्षेत्र में ऐसा ही एक मामला सामने आया है। यहां एक सास ने अपनी ही पुत्रवधू से लूट की साजिश रच डाली। सास को पुत्रवधू का जिम जाना और अधिक जेवरात पहनना पसंद नहीं था। इसी नाराजगी में उसने पुत्र वधू को सबक सिखाने के लिए लूट करा दी। पुलिस ने तीन आरोपितों को गिरफ्तार कर घटना का राजफाश किया है। आरोपित और पीड़िता मंगलौर जिला हरिद्वार के रहने वाले हैं। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
सोमवार को एसएसपी संजय कुमार वर्मा ने अपने कार्यालय में प्रेसवार्ता कर महिला से लूट का राजफाश किया। पूजा पत्नी गोपाल निवासी विद्युत पावर हाउस क्वार्टर मोहम्मदरपुर जट मंगलौर हरिद्वार ने पुरकाजी थाने में मुकदमा दर्ज कराया था। उसमें बताया कि रविवार की सुबह लगभग साढ़े नौ बजे वह वीर सिंह निवासी बुढ़पुर जट थाना मंगलौर हरिद्वार की ई-रिक्शा में बैठकर पुरकाजी थाना क्षेत्र के गांव नूरनगर में एक हकीम के पास जा रही थी।
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जैसे ही वह गांव नूरनगर में रजवाहा की पटरी पर पहुंची तो बाइक सवार दो युवकों ने ई-रिक्शा रुकवा कर उसे धमकाते हुए सोने के तीन जोड़ी बाली और लोकेट लूट लिया। पीड़िता ने लूट कराने के लिए ई-रिक्शा चालक वंश पर शक जताया था।
सोमवार को दोपहर लगभग 12 बजे पुरकाजी थाना पुलिस ने आरोपित वंश निवासी ग्राम मंडावली थाना मंगलौर, अंकुर कुमार उर्फ काशी निवासी ग्राम मोहम्मदपुर जट थाना मंगलौर और वीर सिंह निवासी बुढ़पुर जट थाना मंगलौर जनपद हरिद्वार उत्तराखंड को गंगनहर पटरी पुरकाजी मंगलौर बार्डर से गिरफ्तार कर लिया।
जबकि इनका साथी रजत उर्फ रघु निवासी ऊंचा गांव थाना देवबंद जनपद सहारनपुर अभी फरार है। वहीं, एसएसपी ने पुरकाजी थाना पुलिस को आदेश दिए कि लूट की साजिश रचने वाली सास रेखा के खिलाफ भी कार्रवाई की जाए। ऐसे में अब रेखा को भी आरोपित बनाया जाएगा। आरोपितों के कब्जे से तीन जोड़ी सोने की बाली और घटना में प्रयुक्त बाइक बरामद की। एसएसपी ने सहरानीय कार्य के लिए थाना पुरकाजी पुलिस को 10 हजार रुपये इनाम की घोषणा की। जबकि आरोपितों को गिरफ्तार करने वाली महिला उपनिरीक्षक निशा और हेड कांस्टेबल स्वाति को नगद पुरस्कार दिया।
ऐसे रची थी लूट की साजिश
आरोपितों ने पुलिस को पूछताछ में बताया कि लूट की साजिश पीड़िता पूजा की सास रेखा ने रची थी। आरोपितों को अपने शौक पूरे करने के लिए रुपये की जरूरत थी, तो उन्होंने वारदात को अंजाम देने के लिए सहमति जताई और लूट के लिए रणनीति बनाई। उन्होंने बताया कि वीर सिंह व अंकुर का पूजा के घर आना-जाना था। रेखा उन्हें जानती है। रेखा ने उनसे कहा कि उसकी पुत्रवधू अधिक जेवरात पहनकर बाहर जाती है। जिम भी जाती है, जबकि उसे यह सब पसंद नहीं है। उन्होंने साजिश रची कि जब पूजा कहीं बाहर जाएगी तो वीर सिंह व अंकुश वंश और रजत को सूचना देंगे। यह दोनों ई-रिक्शा को एकांत में रोककर वारदात को अंजाम देंगे। क्योंकि पूजा रजत और वंश को नहीं जानती है। योजना के तहत तीनों ने घटना को अंजाम दिया।
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