जागरण संवाददाता, कन्नौज। आठ वर्ष पूर्व तालग्राम में डकैती डालने वाला आरोपित न्यायालय में तारीख पर नहीं पहुंच रहा था। आरोपित ने अपना हुलिया बदल लिया और साधु के भेष धारण कर लकड़ी का कारोबार करने लगा था। न्यायालय से गैर जमानती वारंट जारी होने पर पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर उसको पकड़ लिया है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
तिर्वा के दुर्गा नगर निवासी 60 वर्षीय रामशरन ने आठ वर्ष पूर्व तालग्राम में डकैती की घटना को अंजाम दिया था। इसमें रामशरन मुख्य आरोपी था। तब से वह फरार चल रहा था और काफी कोशिशें के बावजूद पुलिस की गिरफ्त में नहीं आ सका था। दरअसल रामशरन ने अपनी शिनाख्त छिपाने के लिए अपना हुलिया बदल लिया था।
साधु का भेष बनाया और लकड़ी का कारोबार करने लगा था। इसके अलावा पुलिस रिकार्ड में रामशरन के घर का पता अन्नपूर्णा नगर दर्ज था और हकीकत में घर दुर्गानगर में है। इससे पुलिस के हाथ नहीं लगा रहा था। डकैती न्यायालय से इस बार गैर जमानती वारंट जारी हुआ था।
इससे पुलिस ने छानबीन शुरू की और मुखबिर की सूचना पर मां अन्नपूर्णा मंदिर के पास से लकड़ी की दुकान पर पकड़ लिया। आरोपित को पूछताछ के बाद जेल भेज दिया गया है। प्रभारी निरीक्षक संजय शुक्ला ने बताया कि शिनाख्त छिपा ली थी। इससे तलाश करने में समय लगा। मुखबिर की सूचना पर आरोपित को पकड़ कर जेल भेज दिया गया है। |