तमिल सिनेमा के पहले सुपरस्टार की बायोपिक (फोटो क्रेडिट- एक्स)
एंटरटेनमेंट डेस्क, नई दिल्ली। सिनेमा का सुपरस्टार बनना हर अभिनेता का सपना होता है। कुछ कलाकार ऐसे होते हैं, जो इसे हकीकत में जी लेते हैं और कुछ संघर्ष करने के बाद भी हार जाते हैं। लेकिन कुछ सेलेब्स ऐसे भी रहे हैं, जिन्होंने फिल्मी दुनिया जगत में शोहरत पाई, सुपरस्टार बने और फिर बाद में एक विवाद के चलते उनका पूरा करियर तबाह हो गया। ऐसे ही एक वेटरन एक्टर एम. के. त्यागराज भागवतर थे, जो तमिल सिनेमा के पहले सुपरस्टार के तौर पर जाने जाते थे। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
त्यागराज भागवतर पर अब एक्टर दुलकर सलमान फिल्म कांथा लेकर आ रहे हैं, जिसमें साउथ फिल्म इंडस्ट्री के इस दिग्गज की जिंदगी की अर्श से फर्श तक की रोचक कहानी दर्शायी जाएगी।
एम.के. त्यागराज भागवतर पहले तमिल सुपरस्टार
1 मार्च 1910 में एम.के. त्यागराज भागवतर का मायावरम, तमिलनाडु में जन्म हुआ था। इनका पूरा नाम मायावरम कृष्णसामी त्यागराज भागवतर था और तमिल सिनेमा में आज भी लोग इन्हें टीके भागवतर के नाम से जानते हैं। 24 साल की उम्र में बतौर अभिनेता फिल्म फिल्म पावलक्कोडी के जरिए इन्होंने अपने एक्टिंग करियर का आगाज किया और बैक टू बैक हिट फिल्मों के जरिए वह रातोंरात तमिल सिनेमा के पहले सुपरस्टार बन गए।
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शानदार एक्टिंग करियर में उन्होंने 15 मूवीज में काम किया और उनमें से 6 फिल्में काफी बड़ी हिट रहीं। एम.के. त्यागराज भागवतर के स्टारडम का अंदाजा आप इस बात से लगा सकते हैं कि साल 1944 में आई उनकी फिल्म हरिदास चेन्नई के ब्रॉडवे थिएटर में 3 साल लगातार चली थी। एक सफल अभिनेता के अलावा त्यागराज भागवतर कमाल के गायक भी थे, कर्नाटक और तमिल संगीत की दुनिया में उनका अहम योगदान देखने को मिलता है।
एक विवाद ने सबकुछ कर दिया बर्बाद
सिनेमा का सुपरस्टार बनने के बाद एम.के. त्यागराज भागवतर लग्जरी लाइफस्टाइल जीने लगे थे। कहा जाता है कि वह सोने की पहले खाना खाते थे। आजादी से पहले उनके पास मर्सडीज जैसी महंगी कार मौजूद थे। इतना ही नहीं उनके पास तीन बड़े बंगले हुआ करते थे और जब वह चलते थे तो उनके साथ गाड़ियों का काफिला चलता था।
दरअसल एमकेटी की जिंदगी में भूचाल उस वक्त आया, जब उनपर फिल्म पत्रकार लक्ष्मीकांतन की हत्या का आरोप लगा और उन्हें जेल की हवा खानी पड़ी। इस मामले को लेकर एम.के. त्यागराज भागवतर को 4 साल की सजा सुनाई गई थी। लेकिन दो साल बाद इस मर्डर केस पर दोबारा सुनवाई हुई और उनकी सजा 2 साल कम कर बरी कर दिया। जेल से बाहर आने के बाद एम.के. त्यागराज भागवतर ने एक्टिंग को छोड़ दिया और उनका स्टारडम भी धीरे-धीरे खत्म हो गया।
इसके साथ ही एम.के. त्यागराज भागवतर अर्श से फर्श तक आ गए और वक्त की मार के चलते एमकेटी का सबकुछ तबाह हो गया। महज 49 साल की उम्र में 1 नवंबर 1959 को एमकेटी ने डायबिटीज और लीवर जैसी समस्याओं से समस्याओं से जूझते हुए इस दुनिया को अलविदा कहा दिया था। कहा ये भी जाता है कि एक कॉन्सर्ट के दौरान फैन द्वारा दी गई डायबिटीज की दवा के रिएक्शन के चलते उनकी हालत बिगड़ गई थी।
दुलकर सलमान की कांथा में दिखेगी कहानी
अब एम.के. त्यागराज भागवतर की कहानी आपको अभिनेता दुलकर सलमान खान की अपकमिंग कांथा में दिखेगी, जिसे 14 नवंबर को सिनेमाघरों में रिलीज किया जाएगा। हालांकि, मेकर्स इसका दावा कर रहे हैं कि ये एमकेटी की बायोपिक नहीं है, बस एक फिक्शन है। लेकिन ट्रेलर और बज के आधार पर ये माना जा रहा है कि कांथा एम.के. त्यागराज भागवतर की कहानी है।
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