चिराग पासवान।
संवाद सूत्र, अलौली (खगड़िया)। बिहार विधानसभा चुनाव (Bihar Election 2025) के प्रथम चरण में खगड़िया की अलौली (सुरक्षित) विधानसभा सीट चर्चित सीटों में एक रही है। यहां से महागठबंधन के राजद प्रत्याशी विधायक रामवृक्ष सदा, एनडीए से जदयू के पूर्व विधायक रामचंद्र सदा, राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी के यश राज समेत पांच प्रत्याशियों का भाग्य छह नवंबर को ईवीएम में कैद हो जाएगा। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
मालूम हो कि यश राज रालोजपा सुप्रीमो व पूर्व केंद्रीय मंत्री पशुपति कुमार पारस के पुत्र हैं और पहली बार चुनावी मैदान में उतरे हैं। यह सीट प्रतिष्ठा की सीट बनी हुई है।
इधर, लोजपा (रा) सुप्रीमो और केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान छह नवंबर को अलाैली (सुरक्षित) विधानसभा क्षेत्र के अपने पैतृक गांव शहरबन्नी मतदान करने पहुंचे। मतदान के बाद उन्होंने अपने चाचा पशुपति कुमार पारस और चचेरे भाई यश राज को निशाने पर लिया। इससे जिले की राजनीति पुन: गरमा गई है।
पत्रकारों से बातचीत करते हुए केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने कहा कि दूरियां बनाने वाले मेरे चाचा पशुपति कुमार पारस और चचेरे भाई यश राज आदि रहे हैं। अलौली की जनता इस बात को हमेशा याद रखेगी कि मेरे पिता रामविलास पासवान की पीठ में खंजर घोंपने का काम किया गया। यहां की जनता इस सब बातों को ध्यान में रखकर वोट करेगी। उन्होंने कहा कि मैं गठबंधन धर्म का पालन करने यहां आया हूं।
इधर, पशुपति कुमार पारस ने चिराग के राजनीतिक हमले बाद इतना ही कहा कि चिराग एनडीए गठबंधन में हैं, इसलिए गठबंधन की बात ही करेंगे न। |