प्रिंसिपल को व्याख्याता व आदेशपाल ने पीटा
संवाद सहयोगी, छौड़ाही (बेगूसराय)। छौड़ाही थाना क्षेत्र के वित्त रहित सोने सतन इंटर महाविद्यालय राजोपुर में शिक्षा व्यवस्था उस समय तार-तार हो गई, जब कॉलेज के कार्यालय में हीं प्रभारी प्रिंसिपल सुख शरण प्रसाद के साथ गाली-गलौज, धक्का-मुक्की और लात जूता से मारपीट की गई। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
आरोप है कि कॉलेज के आदेशपाल उदित दास और व्याख्याता सुधीर कुमार दास, मैथिली विभाग व राजेश कुमार सिन्हा, अंग्रेजी विभाग ने मिलकर प्रिंसिपल को पीटा और गोली मारने की धमकी दी। इस संदर्भ में प्रिंसिपल सुख शरण प्रसाद ने बताया कि वर्ष 2008 में हीं विभाग द्वारा कॉलेज में कार्यरत आदेशपाल से लेकर प्रिंसिपल तक के शैक्षणिक कागजात के सत्यापन हेतु पत्र कॉलेज को प्राप्त हुआ था।
इसके बाद से लगातार आदेशपाल और दोनों व्याख्याताओं के शैक्षणिक योग्यता से संबंधित कागजात में गड़बड़ी को लेकर उनसे स्पष्टीकरण मांगा था। आज कॉलेज समिति के अध्यक्ष एवं सभी कमेटी मेंबर के समक्ष कार्यालय में उक्त तीनों ने धुंधला फोटो स्टेट कागजात दिया। कॉलेज के अन्य सदस्य भी कागजात पढ़ नहीं पाए। उनसे ओरिजिनल शैक्षणिक योग्यता का कागजात मांगा गया। इसी बात से नाराज होकर तीनों आरोपित ने अध्यक्ष व सदस्यों के सामने हीं हमला कर दिया। रामनरेश यादव समेत उपस्थित सदस्यों ने किसी तरह उनकी जान बचाई।
lucknow-city-state,Lucknow News,Lucknow Latest News,Lucknow News in Hindi,Lucknow Samachar,Eighth Central Pay Commission, Eighth Central Pay Commission, Pension Commutation Deduction, UP Government, UP News, Lucknow, आठवां केंद्रीय वेतन आयोग, पेंशन राशिकरण कटौती,Uttar Pradesh news
आरोपित उदित दास एवं सुधीर कुमार दास छौड़ाही थाना क्षेत्र के राजोपुर निवासी हैं। एक व्याख्याता राजेश कुमार सिंहा समस्तीपुर जिले के रोसड़ा निवासी हैं। प्रभारी प्रिंसिपल ने बताया कि कॉलेज में उनका आना-जाना अब खतरे से खाली नहीं है। क्योंकि आरोपित कॉलेज आने पर गोली मारकर हत्या कर देने की धमकी दे रहे हैं। कभी भी अनहोनी हो सकती है। बताया कि गंभीर आरोप लगाते हुए थाने में लिखित शिकायत अंकित कराई गई है।
दूसरी तरफ, कॉलेज में 11वीं व 12वीं की परीक्षा चल रही है। वहीं 12वीं का फॉर्म भी छात्र भर रहे थे। प्रिंसिपल की पिटाई के बाद काफी देर तक परीक्षा व फॉर्म भरने में व्यवधान रहा। छात्राएं डर के मारे कमरे में बंद हो गई थी। शिक्षकों व छात्रों का कहना था कि छात्रों के सामने ही प्रिंसिपल के साथ अभद्र व्यवहार और मारपीट ने सुरक्षा एवं शिक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। वित्त रहित महाविद्यालयों में दबंगई का बोलबाला होना शिक्षा के माहौल के लिए घातक माना जा रहा है।
छौड़ाही थाना अध्यक्ष जितेंद्र कुमार आवेदन मिलते ही पुलिस बल के साथ महाविद्यालय पहुंचकर घटनाक्रम की जानकारी ली। पुलिस द्वारा अग्रतार कार्रवाई की जा रही है।
 |