प्रस्तुतीकरण के लिए सांकेतिक तस्वीर का प्रयोग किया गया है।
जागरण संवाददाता, चित्रकूट। जिले में कोषागार घोटाले में आरोपित व जेल भेजेे जा चुके सहायक कोषाधिकारी (एटीओ) विकास सचान और सहायक लेखाकार अशोक कुमार को निदेशक ने निलंबित कर दिया गया है। बांदा कोषागार के लेखाकार लोकेश कुमार व कानपुर के अमित कुमार कुरील को चित्रकूट में संबद्ध किया गया है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
घोटाले में जिला कोषागार के अफसरों व कर्मियों ने मिलीभगत कर वर्ष 2018 से 2025 के बीच सात सालों में पेंशनरों के अलग-अलग बैंक खातों में गलत तरीके से मोटी रकम भेजकर फिर वापस ले लिया। उन्हें प्रापर्टी खरीदने की धनराशि बता रकम भेजी गई और 10 प्रतिशत कमीशन का लालच देकर उनसे ही रुपये निकलवाकर बंदरबांट किया गया। यह सब पेंशन व वेतन मद में फर्जी भुगतान आदेशों के माध्यम से किया गया।
सामने आ चुकी हैं इतनी हेराफेरी
अब तक जांच में 43.13 करोड़ रुपये की हेराफेरी सामने आ चुकी है। मामले में 17 अक्टूबर को कोषागार के चार अफसर-कर्मियों व 93 पेंशनर समेत 97 के विरुद्ध मुकदमा दर्ज हुआ था। अब तक 30 आरोपित जेल भेजे जा चुके हैं। |