शिक्षिका मनीषा मौत मामला: प्ले स्टूल के दो और स्टाफ सदस्यों के बयान लिए गए   
 
  
 
जागरण संवाददाता, भिवानी। शिक्षिका मनीषा की मौत मामले में सीबीआई ने प्ले स्कूल के दो और स्टाफ सदस्यों से पूछताछ कर बयान कलमबद्ध किए। पिछले चार दिन से सीबीआई टीम रेस्ट हाउस में ही मामले से संबंधित लोगों को बुलाकर पूछताछ कर रही है। तीन दिन के दौरान पहले प्ले स्कूल की दो महिला स्टाफ सदस्यों, दूसरे दिन कुछ अन्य लोगों व तीसरे दिन डायल 112 के पुलिस कर्मचारियों से पूछताछ कर चुकी है।  विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें  
 
प्ले स्कूल की शिक्षिका मनीषा की मौत के मामले को दो महीने बीत गए है। शिक्षिका का 13 अगस्त को सिंघानी में नहर के पास शव मिला था। केस मिलने के बाद तीन सितंबर को सीबीआइ ने जांच शुरू की थी। सीबीआई ने पिछले दिनों कुछ सैंपल व अन्य रिपोर्ट पर आशंका होने के कारण दोबारा जांच करवाई। विसरा टेस्ट के अलावा सुसाइड नोट की राइटिंग मैच की जांच भी दोबारा करवाई गई।  
 
दिल्ली से आने के बाद पिछले पांच दिन के दौरान सीबीआई टीम एक ही बार ढाणी लक्ष्मण में मृतका के घर गई है। उसके अलावा टीम न घटनास्थल पर गई, न स्कूल न कॉलेज। बीते मंगलवार-बुधवार को सीबीआई टीम ने प्ले स्कूल जहां मनीषा पढ़ाती थी, वहां की दो महिला कर्मचारियों को बुलाकर उनके बयान कलमबद्ध किए तो वीरवार को केस से जुडे़ कुछ अन्य लोगों को रेस्ट हाउस बुलाया गया और बयान दर्ज किए गए। शुक्रवार को घटना के समय डायल 112 पर तैनात पुलिस कर्मचारियों से पूछताछ की। शनिवार को प्ले स्कूल के दो और स्टाफ सदस्यों को बुलाया। उनसे पूछताछ कर बयान कलमबद्ध किए।  
हर पहलु से जांच  
 
सीबीआई मामले में लगभग हर पहलु से जांच कर चुकी है। टीम स्वजनों से बातचीत, प्ले स्कूल संचालक, स्टाफ से पूछताछ, नर्सिंग कालेज में पूछताछ के अलावा खाद-बीज दुकानदार देवेंद्र, बकरी पालक सतपाल, खेत मालिक पवन, साझेदार ईश्वर से पूछताछ कर चुकी है। सेंटरल फारेंसिक साइंस लैबोरेट्री ने भी मौके पर पहुंचकर जांच की थी। अब जांच आखिरी चरण में है और मामले में जल्द ही खुलासा हो सकता है। 
 
  
यह है मामला  
 
प्ले स्कूल की शिक्षिका ढाणी लक्ष्मण वासी मनीषा 11 अगस्त को स्कूल में पढ़ाने गई थी मगर वापस नहीं लौटी। स्वजन ने उसकी काफी तलाश की और पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने अगले दिन 12 अगस्त को गुमशुदगी का केस दर्ज किया। 13 अगस्त को मनीषा का शव सिंघानी गांव में नहर किनारे मिला। गले पर चोट के निशान देख स्वजनों ने हत्या के आरोप लगाए। नागरिक अस्पताल में चिकित्सकों के बोर्ड ने शव का पोस्टमार्टम किया। मगर स्वजन ने शव लेने से इंकार करते हुए कहा कि पहले आरोपितों की गिरफ्तारी करें।  
 
स्वजनों की मांग पर पीजीआई रोहतक में चिकित्सकों के बोर्ड ने दोबारा पोस्टमार्टम किया। विसरा जांच करवाई गई। जिसमें सामने आया कि शरीर में जहरीला पदार्थ है। स्वजन ने धरना दिया और एम्स दिल्ली में पोस्टमार्टम और सीबीआइ जांच की मांग की। प्रदेश सरकार ने ये दोनों मांगे मानी। जिसके बाद 21 अगस्त को गांव में ही शव का अंतिम संस्कार किया गया। |