इटली और स्पेन ने तैनात किए युद्धपोत।
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। गाजा के लिए राहत सामग्री ले जा रहे छोटे जहाजों पर इजरायली नौसेना के हमले के बाद इटली और स्पेन ने उनकी रक्षा के लिए अपनी नौसेना के युद्धपोत तैनात कर दिए हैं।
इजरायली नौसेना से गैर सरकारी संगठनों के जहाजों की सुरक्षा के लिए यूरोपीय देशों द्वारा युद्धपोतों की तैनाती अप्रत्याशित है। लेकिन इटली ने कहा है कि उसने इजरायल से लड़ाई करने के लिए यह कदम नहीं उठाया है।
खाद्य सामग्री ले जा रहे जहाजों पर इजरायली सेना का हमला
युद्धग्रस्त गाजा में भूख से त्रस्त लोगों के लिए खाद्य सामग्री लेकर जा रहे जहाजों पर बुधवार को इजरायली सेना ने ड्रोन हमले किए थे। इन हमलों से कुछ जहाजों को नुकसान पहुंचने की सूचना है लेकिन कोई हताहत नहीं हुआ है। कई संगठन मिलकर करीब 50 जहाजों में खाद्य सामग्री लेकर गाजा जा रहे हैं। इनके साथ गाजा जा रहे लोगों में विभिन्न देशों के कई सांसद, अधिवक्ता और मानवाधिकार कार्यकर्ता हैं। इनमें से एक जहाज पर पर्यावरण मामलों पर जागरूकता पैदा करने वाली स्वीडिश नागरिक ग्रेटा थनबर्ग भी हैं। इजरायल ने इन सबको रोकने के लिए समुद्र में अपनी नौसेना तैनात कर रखी है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
इटली ने क्या कहा?
कुछ महीने पहले भी हुई इस तरह की पहल को इजरायल ने सख्ती से रोक दिया था और खाद्य सामग्री लेकर आए जहाज को रोककर उसमें आए लोगों को गिरफ्तार कर लिया था। इटली के रक्षा मंत्रालय ने कहा है कि गाजा जा रहे जहाजों पर ड्रोन हमले के कुछ घंटे बाद उनकी सुरक्षा के लिए युद्धपोत भेज दिया गया।फलस्तीनी राष्ट्रपति,महमूद अब्बास,गाजा युद्ध,हमास,इजरायल,संयुक्त राष्ट्र महासभा,फलस्तीनी प्राधिकरण,इजरायल-हमास संघर्ष,गाजा शासन,विदेशी मामले
इटली के रक्षा मंत्री गुइडो क्रोसेटो ने कहा है कि यह युद्ध के लिए उठाया कदम नहीं है। यह उकसावे वाली कार्रवाई भी नहीं है। यह मानवता के लिए उठाया गया कदम है। हम आमजनों के प्रति अपने कर्तव्य का निर्वहन कर रहे हैं।
इटली के विदेश मंत्रालय ने कहा है कि फ्रांस, बेल्जियम और अन्य यूरोपीय देशों ने जहाजों पर मौजूद अपने नागरिकों की सुरक्षा का अनुरोध किया है, उसी के मद्देनजर युद्धपोत को भेजा गया है।
इजरायल ने क्या कहा?
इस मसले पर इजरायल के विदेश मंत्री गिडिओन सार ने कहा है कि राहत सामग्री लेकर आ रहे जहाजों को गाजा के युद्ध क्षेत्र में जाने की अनुमति नहीं दी जाएगी। वे अपने जहाजों की सामग्री इजरायल के किसी बंदरगाह पर उतार सकते हैं, वहां से वह सामग्री इजरायली सेना गाजा पहुंचा देगी। गाजा में किसी भी बाहरी मदद से हमास लाभ उठा सकता है।
(न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के इनपुट के साथ)
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