Diwali 2025: गणेश-लक्ष्मी की मूर्ति खरीदते समय इन 10 बातों का रखें विशेष ध्यान, इन नियमों का करें पालन

cy520520 2025-10-13 23:06:45 views 1239
  



जागरण संवाददाता, कानपुर। दीवाली के लिए अब कुछ ही दिन शेष बचे हैं। हर साल दिवाली पर भगवान गणेश और माता लक्ष्मी की मूर्तियों का पूजन किया जाता है। माता लक्ष्मी से हमे धन और समृद्धि की प्राप्ति होती है तो गणेशजी से बुद्धि की प्राप्ति होती है, जिससे धन का सही तरीके से प्रयोग किया जाता है। इसलिए दीवाली पर गणेश लक्ष्मी की मूर्तियों का विशेष ध्यान रखा जाता है और कुछ नियमों का पालन आवश्यक माना गया है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
हर बाद बदलें मूर्तियां


दीवाली पूजन के लिए हर साल नई गणेश-लक्ष्मी की मूर्तियां होना जरूरी है। हर वर्ष एक ही मूर्तियों से पूजा नहीं करना चाहिए, यह गलत माना जाता है। अगर आपके पास पुरानी गणेश लक्ष्मी की मूर्तियां हैं तो उनका विसर्जन कर दें। अगर आपके पास चांदी की गणेश-लक्ष्मी की मूर्तियां हैं तो गंगाजल से साफ करके दीवाली पूजन में इस्तेमाल कर सकते हैं।
गणेशजी की मूर्ति खरीदते समय इन बातों का रखें ध्यान

  

  • दीवाली पूजन के लिए लक्ष्मी और गणेशजी की एक साथ जुड़ी हुई मूर्तियां नहीं खरीदनी चाहिए। दिवाली पर पूजा घर में रखने के लिए लक्ष्मी और गणेश की प्रतिमा अलग अलग होनी चाहिए।
  • गणेशजी की मूर्ति खरीदते समय गणेशजी के हाथ में मोदक वाली ही मूर्ति खरीदें। ऐसी मूर्तियां घर में सुख समृद्धि लाती हैं।
  • गणेशजी की मूर्ति में उनका वाहन मूषक यानी चूहा का होना बहुत जरूरी है।
  • मूर्ति में भगवान गणेश की सूंड़ दाईं ओर मुड़ी हो अगर आप व्यापारी हैं और दुकान में पूजा कर रहे हैं तो भगवान गणेश की ऐसी मूर्ति लें, जिसमें सूंड बाईं ओर मुड़ी हो।
  • दीवाली पूजन के लिए माता लक्ष्मी और भगवान गणेशजी की मूर्तियां अलग अलग हों।
  • ऐसी कोई मूर्ति ना खरीदें, जिसमें मां लक्ष्मी अपने वाहन उल्लू पर विराजमान हों। उल्लू पर विराजमान मां लक्ष्मी को काली मूर्ति का प्रतीक माना जाता है।
  • लक्ष्मी मूर्ति खरीदते समय ध्यान रखें कि मां लक्ष्मी कमल के फूल पर विराजमान हों। उनका हाथ वरमुद्रा में हो और धन की वर्षा कर रहा हो।
  • लक्ष्मी माता की मूर्ति ऐसी ना खरीदें, जिसमें माता खड़ी हों। ऐसी मूर्तियां लक्ष्मी माता के जाने की मुद्रा को दर्शाती है इसलिए आप विराजमान मां लक्ष्मी की मूर्ति खरीदें।


  
मिट्टी के गणेश-लक्ष्मी की पूजा सबसे शुभ


भगवान गणेश का वर्ण लाल या सफेद रंग का है, दूसरी तरफ मिट्टी का निर्माण भगवान ब्रह्माजी द्वारा किया गया है और धर्म शास्त्रों में मिट्टी से बनी मूर्ति की ही पूजा करने का विधान है। अगर गंगाजी, तालाब, कुंए या गौशाला की मिट्टी से गणेश-लक्ष्मी की मूर्ति बनाई जाए और फिर उनकी पूजा अर्चना की जाए तो यह अत्यंत लाभकारी माना जाता है। लेकिन अगर आपके पास सोने चांदी से निर्मित गणेश लक्ष्मी की प्रतिमाएं हैं तो गंगाजल से धोकर उनका पूजन किया जा सकता है।

(जैसा कि ज्योतिष सेवा संस्थान के संस्थापक और आचार्य पवन तिवारी ने बताया)
like (0)
cy520520Forum Veteran

Post a reply

loginto write comments
cy520520

He hasn't introduced himself yet.

410K

Threads

0

Posts

1310K

Credits

Forum Veteran

Credits
137279

Get jili slot free 100 online Gambling and more profitable chanced casino at www.deltin51.com, Of particular note is that we've prepared 100 free Lucky Slots games for new users, giving you the opportunity to experience the thrill of the slot machine world and feel a certain level of risk. Click on the content at the top of the forum to play these free slot games; they're simple and easy to learn, ensuring you can quickly get started and fully enjoy the fun. We also have a free roulette wheel with a value of 200 for inviting friends.