उपराज्यपाल कविन्द्र गुप्ता ने अधिकारियों को स्थिति सामान्य करने और सिविल सोसायटी के साथ संवाद स्थापित करने का निर्देश दिया।
राज्य ब्यूरो, जागरण, श्रीनगर। केंद्र शासित लद्दाख प्रदेश के उपराज्यपाल कविन्द्र गुप्ता ने गुरूवार को पुलिस व अन्य सुरक्षा एजेंसियों और नागरिक प्रशासन को प्रदेश में कानून व्यवस्था, शांत व सुरक्षा का वातारण बनाए रखने के लिए हर संभव उपाय करने का निर्देश दिया। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
उन्होंने कहा कि किसी भी अराजकता, हिंसा फैलाने या आम नागरिकों की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ की अनुमति नहीं है। अराजक तत्वों के साथ सख्ती से निपटा जाए। उन्होंने यह निर्देश आज लेह राजभवन में एक उच्चस्तरीय सुरक्षा समीक्षा बैठक में लद्दाख के मौजूदा आंतरिक और बाहरी सुरक्षा परिदृश्य का जायजा लेते हुए दिए।
यह भी पढ़ें- लेह आंदोलन में अब तक 50 लोग गिरफ्तार, लद्दाख में इंटरनेट सेवाएं बंद; कारगिल में भी हर तरफ सन्नाटा
लोगों के जानमाल की सुरक्षा पहली प्राथमिकता
लेह में गत बुधवार को भड़की हिंसा में चार लोगों की मौत व 70 से ज्यादा लोगों के जख्मी होने से उपजे हालात के बीच उपराज्यपाल द्वारा आज बुलाई गई सुरक्षा समीक्षा बैठक में उन्होंने कहा कि हमारे लिए लद्दाख में शांति, सुरक्षा का वातावरण और आम लोगों के जानमाल की सुरक्षा पहली प्राथमिकता है।
आंदोलन सही पर लोगों की जान खतरे में डालना अपराध
उन्होंने बुधवार को हुई हिंसा पर रोष प्रकट करते हुए कहा कि विरोध जताना और अपनी मांगो के लिए लोकतांत्रिक तरीक से अपना पक्ष रखना, आंदोलन करना बेशक एक संवैधानिक अधिकार है, लेकिन हिंसा करना, लोगों की जान खतरे में डालना, आगजनी करना, अपराध है। बैठक में पुलिस, सीआरपीएफ, आईटीबीपी, सेना और नागरिक प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।gurgaon-local,Make in Haryana Industrial Policy,Haryana economy trillion dollar,Rao Narbir Singh industry,Haryana industrial investment,Haryana job creation 2025,Ease of Doing Business Haryana,Haryana industrial development,Industrial Policy 2025 Haryana,Haryana government initiatives,Haryana industry growth,Haryana news
यह भी पढ़ें- डॉ. फारूक ने केंद्र सरकार पर साधा निशाना, कहा- \“लद्दाख में अशांति के पीछे कोई बाहरी ताकत नहीं\“, \“हम भी उनके साथ खड़े\“
आवश्यक उपाय करने के दिए निर्देश
उपराज्यपाल ने स्थिति को पृरी तरह सामान्य बनाने के लिए संबधित अधिकारियों को तत्काल आवश्यक उपाय करने, स्थानीय सिविल सोसायटी के साथ संवाद-समन्वय को मजबूत बनाने का भी निर्देश दिया।
उन्होंने केंद्र शासित प्रदेश में शांति, सुरक्षा और कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए बढ़ी हुई सतर्कता, एजेंसियों के बीच बेहतर समन्वय और सक्रिय उपायों की आवश्यकता पर भी ज़ोर दिया।
उन्होंने लेह व उसके साथ सटे इलाकों में लागू कर्फ्यू का उल्लेख करते हुए सबंधित अधिकारियों को स्थिति का आकलन करने व सुधारात्मक कदम उठाने को भी कहा।
यह भी पढ़ें- जम्मू-कश्मीर राज्यसभा की 4 सीटों में से एक पर चुनाव लड़ेगी कांग्रेस, इन नेताओं को मैदान में उतारने पर हो रहा विचार |