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क्या सेहत के लिहाज से सही है बचे हुए चावल खाना? यहां पढ़ लें इसके फायदे और नुकसान

Chikheang 2025-10-12 23:06:56 views 1264

  

बचे हुए चावल खाना सुरक्षित है या नहीं? (Picture Courtesy: Freepik)



लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। कई बार हम खाना थोड़ा ज्यादा बना लेते हैं या किसी कारण से खाना बच जाता है, जिसे हम बाद में इस्तेमाल कर लेते हैं। इसमें चावल भी शामिल है। कई बार हम रात के बचे चावल अगले दिन खा लेते हैं। लेकिन ऐसे में सवाल उठता है कि क्या इन बचे हुए चावलों को खाना सुरक्षित (Leftover Rice Safe to Eat?) है?  विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

इसका जवाब हां और ना, दोनों में है। बचे हुए चावलों को खाना तभी फायदेमंद हो सकता है, जब उन्हें सही तरीके से स्टोर किया। ऐसा न करने पर गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं। आइए जानें इस बारे में।  

  

(Picture Courtesy: Freepik)
क्या बचे हुए चावल खाना फायदेमंद है?

  • पोषक तत्वों की उपलब्धता- बचे हुए चावल अगर ठीक से रखे गए हों, तो उनमें मौजूद कार्बोहाइड्रेट, विटामिन-बी और मिनरल्स जैसे पोषक तत्व बरकरार रहते हैं। यह शरीर को एनर्जी देने का एक अच्छा सोर्स है।
  • रेजिस्टेंट स्टार्च- यह बचे हुए चावलों का सबसे बड़ा स्वास्थ्य लाभ माना जाता है। ताजे पके चावलों को जब ठंडा होने दिया जाता है, तो उनमें एक खास तरह का स्टार्च बनता है, जिसे “रेजिस्टेंट स्टार्च“ कहते हैं। यह स्टार्च हमारे शरीर में पचता नहीं है और आंतों में फाइबर की तरह काम करता है।  
  • पाचन में सहायक- यह आंतों के लिए अच्छे बैक्टीरिया के लिए खाने का काम करता है, जिससे पाचन तंत्र स्वस्थ रहता है।
  • ब्लड शुगर को नियंत्रित करना- रेजिस्टेंट स्टार्च ब्लड शुगर के लेवल को अचानक बढ़ने से रोकता है, जो टाइप-2 डायबिटीज के मरीजों के लिए फायदेमंद हो सकता है।
  • वेट मैनेजमेंट- यह पेट को लंबे समय तक भरा हुआ महसूस कराता है, जिससे ओवरईटिंग की संभावना कम होती है और वजन कम करने में मदद मिलती है।

बचे हुए चावल खाने के नुकसान

बचे हुए चावलों से जुड़ा सबसे बड़ा खतरा है फूड पॉइजनिंग। यह जोखिम चावलों के गलत तरीके से रखे जाने के कारण होता है।

  • बैक्टीरियल इन्फेक्शन- कच्चे चावलों में अक्सर बैसिलस सेरेस बैक्टीरिया के स्पोर्स मौजूद होते हैं। पकाने के दौरान ये स्पोर्स नष्ट नहीं होते। जब चावल पकने के बाद कमरे के तापमान पर ठंडे होने के लिए छोड़ दिए जाते हैं, तो यह बैक्टीरिया तेजी से बढ़ने लगता है और टॉक्सिन पैदा करता है। यह टॉक्सिन दोबारा गर्म करने से भी नहीं मरता।
  • फूड पॉइजनिंग- इस बैक्टीरिया से दूषित चावल खाने से डायरिया, उल्टी और पेट में मरोड़ जैसी गंभीर समस्याएं हो सकती हैं। यह लक्षण आमतौर पर 1 से 5 घंटे के भीतर दिखाई देने लगते हैं।
  • पोषक तत्वों की हानि- बचे हुए चावलों को बार-बार गर्म करने से उनमें मौजूद कुछ पानी में सॉल्युबल विटामिन्स की मात्रा कम हो सकती है।


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Disclaimer: लेख में उल्लिखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।
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