चीन में लगा महाजाम। (सोशल मीडिया)
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। भारत में आपने दिल्ली, नोएडा, गुरुग्राम और मुंबई के जाम की तस्वीरें देखी होंगी, लेकिन अब चीन से एक ऐसी तस्वीर सामने आयी है, जिसे महाजाम कहा जा रहा है। इस जाम को देखकर आंखों पर यकीन नहीं हो रहा कि एक साथ इतनी गाड़ियां सड़क पर कहां से और कैसे आ गईं। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
चीन में नेशनल डे और मध्य-शरद उत्सव (Mid-Autumn Festival) के चलते 8 दिन की छुट्टियों के बाद अपने घरों को लौट रहे थे, तब अनहुई प्रांत में चीन के सबसे बड़े टोल स्टेशन पर भारी ट्रैफिक जाम लग गया। वुझुआंग टोल स्टेशन पर गाड़ियों की लंबी-लंबी कतारों के वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं।
36 लेन के टोल स्टेशन पर फंसी 1.20 लाख गाड़ियां
वायरल वीडियो में वुझुआंग टोल स्टेशन, जिसमें 36 लेन हैं, लाल टेललाइट्स से जगमगाता हुआ दिखाई दे रहा है क्योंकि टोल गेट से गुजरने की कोशिश में एक के बाद एक कई कारें कतार में खड़ी थीं। टोल स्टेशन पर अंतिम दिन 1,20,000 से ज्यादा वाहनों के आने की उम्मीद थी।
In China, traffic caused by people returning home after the holiday was captured.
pic.twitter.com/VmwQmKDS3S — Tansu Yegen (@TansuYegen) October 9, 2025
ड्रोन फुटेज में कई गाड़ियों को टोल गेट से गुजरने के लिए कई लेन में चलते हुए और चार लेन की कतार बनाते हुए दिखाया गया है।
मध्य-शरद उत्सव चीन में पारिवारिक समारोहों के लिए महत्वपूर्ण है और इस साल राष्ट्रीय दिवस की छुट्टियों के साथ ही पड़ा। इस वजह से छुट्टियों का समय बढ़कर 1 अक्टूबर से 8 अक्टूबर तक हो गया।
88 करोड़ से ज्यादा लोगों ने की यात्राएं
संस्कृति एवं पर्यटन मंत्रालय के अनुसार, इस साल की छुट्टियों के दौरान लगभग 88.8 करोड़ लोगों ने यात्राएं की, जबकि पिछले साल सात दिनों की छुट्टियों के दौरान 76.5 करोड़ यात्राएं की गई थीं।
याद आया 2010 का 100 किलोमीटर लंबा जाम
वुझुआंग टोल स्टेशन पर लगे भीषण जाम ने कई वाहन चालकों को चीनी नववर्ष की भीड़ की याद दिला दी।
चीन में भीषण जाम की ऐसी ही घटनाएं पहले भी सामने आ चुकी हैं, जिनमें सबसे प्रसिद्ध 2010 का 12 दिन का जाम है। 14 अगस्त, 2010 को बीजिंग-तिब्बत एक्सप्रेसवे पर 100 किलोमीटर से भी ज्यादा लंबे भीषण जाम के कारण यात्रियों का जीवन ठहर सा गया था। बीच में कई ट्रकों के खराब हो जाने से हजारों वाहन और यात्री 12 दिनों तक हाईवे पर फंसे रहे। |