रास्ते खुले, कश्मीर से ट्रक-ट्रेन से सेब की बंपर आवक, दाम घटे
धर्मेंद्र यादव, बाहरी दिल्ली। आठ दिन पहले कश्मीर से दिल्ली के बीच पहली विशेष कार्गो पार्सल ट्रेन की शुरुआत के बाद अब ट्रकों से भी सेब की आवक शुरू हो गई है। ट्रेन और ट्रक से आवक के बाद आजादपुर फल मंडी सेब से लबालब हो गई। सीजन के समय आमतौर पर सेब की आवक 3000-3500 टन प्रतिदिन होती है। बुधवार को आवक नई ऊंचाई पर पहुंच गई। बुधवार को पार्सल ट्रेन, मालगाड़ी के अलावा 300 से अधिक ट्रकों के माध्यम से लगभग 4000 हजार टन सेब व नागफल कश्मीर से दिल्ली के आदर्श नगर रेलवे स्टेशन पहुंचा। राजधानी में सेब की बंपर आवक के बाद सेब के थोक के दाम में 20 से 25 प्रतिशत कमी आई है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
45 वर्ष के इतिहास में पहली बार हुआ ऐसा
जम्मू-कश्मीर व पंजाब में भारी वर्षा और भूस्खलन के पखवाड़ेभर से रास्ते बंद होने के बाद दिल्ली-एनसीआर में सेब की आवक लड़खड़ा गई थी, इन हालात में रेलवे ने 16 सितंबर को बड़गाम (कश्मीर) से दिल्ली के बीच पहली विशेष कार्गो पार्सल ट्रेन की शुरुआत की। सात बोगी में 161 टन सेब लेकर यह ट्रेन आदर्श नगर रेलवे स्टेशन पर पहुंची।
आजादपुर फल मंडी के 45 वर्ष के इतिहास में पहली बार ट्रेन से सेब यहां पहुंचा। पिछले आठ दिन से पार्सल ट्रेन प्रतिदिन कश्मीर से सेब लेकर दिल्ली पहुंच रही है, साथ ही एक दिन के अंतराल पर एक अन्य ट्रेन से भी सेब कश्मीर से यहां पहुंचाया जा रहा है।
800 टन सेब आजादपुर मंडी पहुंचा
बुधवार तड़के 30-32 बोगियों में सेब लेकर माल गाड़ी आदर्श नगर रेलवे स्टेशन पहुंची, इसके कुछ घंटे बाद पार्सल ट्रेन पहुंची। दोनों ट्रेन की कुल 40 बोगी में 800 टन सेब आजादपुर मंडी पहुंचा। इस खेप का एक बड़ा हिस्सा उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद, बुलंदशहर, संभल, रामपुर आदि क्षेत्रों में जाएगा। कश्मीर एपल मर्चेंट एसोसिएशन के अध्यक्ष मीठाराम कृपलानी ने बताया कि आवागमन सुचारु होने के बाद कश्मीर से ट्रकों से सेब की आवक सामान्य स्तर पर पहुंच गई है।Durga Puja 2025,Bengali Style Saree,Bengali Style Saree Drape,Durga Puja Saree Styling,Saree Styling Tips,
बढ़ गई मंडी में सेब की आवक
पिछले चार दिन से मंडी में प्रतिदिन 300 से 350 ट्रक पहुंच रहे हैं। यानि, औसतन हर रोज 3000 से 3500 टन सेब आजादपुर मंडी पहुंच रहा है। अध्यक्ष का कहना है कि इस समय सेब की आवक भरपूर है। अब जो सेब आ रहा है, लंबे समय से किसान के खेत में अटका था। यह खेप बाजार में खप जाने के बाद उम्मीद है कि सेब के दाम बढ़ने की संभावना से इन्कार नहीं किया जा सकता है। ट्रक और ट्रेन की आवक का जोड़ करें तो यह चार हजार टन से ज्यादा पहुंच गई है।
जिम्मेदारी न लेने, न देने के कारण टूट रहे ताले
कश्मीर से दिल्ली तक ट्रेन की जिन बोगियों में सेब आदर्श नगर रेलवे स्टेशन पहुंच रहा है, उन बोगियों पर लगे तालों की चाबी अब भी दिल्ली नहीं पहुंच रही हैं और ताला टूटने का क्रम चल रहा है। एक सेब व्यापारी ने बताया कि केवल एक दिन बिना ताले तोड़े बोगियों से से सेब निकाले जा सके, अन्यथा लगभग हर रोज ताले तोड़ कर ही सेब निकाले जा रहे हैं।
ट्रेन के साथ आए सेब उत्पादक किसान अपने साथ चाबी ले आए, इसलिए एक दिन भी ताले टूटने से बच गए। ट्रेन के साथ बोगियों की चाबी न आने के पीछे कारण क्या है, इसका न तो रेलवे की ओर से कोई ठोस जवाब मिल रहा है और न ही किसान-व्यापारियों की तरफ से। एक आढ़ती ने बताया कि यह जिम्मेदारी नहीं लेने और जिम्मेदारी न देने का मामला है।
| वैरायटी हफ्ते | पहले के दाम | आज के दाम | बाजार भाव | | कश्मीरी डिलिशियस | 70-90 | 50-70 | 150-180 | | कुल्लू डिलिशियस | 80-120 | 60-85 | 150-200 | | नागफल | 60-100 | 50-80 | 100-140 |
नोट: कीमत रुपये प्रति किलोग्राम में |