जागरण संवाददाता, इटावा। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने सैफई स्थित मुलायम सिंह यादव के समाधि स्थल पर आयोजित श्रद्धांजलि कार्यक्रम में भावुक संबोधन दिया। उन्होंने कहा कि नेताजी के साथ जीवनभर संघर्ष करने वाले अनेक साथी मंच पर और मंच के सामने बैठे हैं यही समाजवादी परिवार है जिसने हर उतार-चढ़ाव में नेताजी और समाजवाद का साथ दिया है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
अखिलेश यादव ने कहा, हम इसी स्थल पर खड़े हैं जो नेताजी की स्मृति में बन रहे मेमोरियल का है। आज उनकी तृतीय पुण्यतिथि पर हम उनके बताए हुए सिद्धांतों और मूल्यों पर चलते हुए उनके सपनों को पूरा करने का संकल्प ले रहे हैं। नेताजी ने जीवनभर किसानों, मजदूरों और अल्पसंख्यकों के अधिकारों व सम्मान के लिए संघर्ष किया। हमारी जिम्मेदारी है कि हम उन मूल्यों को आगे बढ़ाएं।
षड्यंत्र को सफल नहीं होने देंगे
उन्होंने संविधान की रक्षा पर ज़ोर देते हुए कहा, संविधान हमारी संजीवनी है। समाजवादी लोगों ने हमेशा कहा है कि संविधान को बचाना हमारा कर्तव्य है। आज आरक्षण के अधिकार को कमजोर करने की साजिशें रची जा रही हैं। ऐसे किसी भी षड्यंत्र को सफल नहीं होने देंगे। उन्होंने कहा, हमारी लड़ाई अन्याय,अत्याचार और भेदभाव के खिलाफ है।
पिछड़े-दलित-अल्पसंख्यक (पीडीए) समाज के सम्मान और अधिकारों के लिए हम एकजुट हैं। पीढ़ियों तक चली आ रही असमानता और अपमान के खिलाफ हम संघर्ष जारी रखेंगे। मुलायम सिंह के स्मारक के बारे में उन्होंने बताया कि इसके निर्माण में कई जनप्रतिनिधियों और कार्यकर्ताओं ने सहयोग दिया है।
राज्यसभा सांसद रामजीलाल सुमन सहित अनेक सांसदों, विधायकों और कार्यकर्ताओं ने समय-समय पर सहयोग किया है। मैं कुछ साथियों के नाम नहीं लेना चाहूंगा, पर हमने करीब दो दर्जन सहयोगकर्ताओं के योगदान का उल्लेख किया है।
मेमोरियल अगले वर्ष तक पूरा करने की कोशिश
उन्होंने कहा हमारी कोशिश है कि यह मेमोरियल अगले वर्ष तक पूरा कर लिया जाए और नेताजी के जन्मदिन 22 नवंबर 2026 को भव्य कार्यक्रम के साथ इसका उद्घाटन किया जाए। उन्होंने दोहराया कि नेताजी ने लोकतंत्र, समाजवाद और संवैधानिक मूल्यों को मजबूत करने में अपना पूरा जीवन लगा दिया। उनके आदर्शों पर चलकर हम किसानों, मजदूरों, पिछड़ों और अल्पसंख्यकों के सम्मान और अधिकारों के लिए हर मंच पर संघर्ष करते रहेंगे। |