MSP से कम दाम पर बाजरा बेचने को मजबूर किसान, राव नरेंद्र सिंह ने उठाई आवाज
- बाजरा खरीद व्यवस्था पर कांग्रेस का हमला, राव नरेंद्र सिंह बोले - अन्नदाता है मजबूर
- DAP खाद की कमी और बाजरा संकट पर कांग्रेस अध्यक्ष ने सरकार को घेरा
- रेवाड़ी में कांग्रेस का शक्ति प्रदर्शन, किसानों ने रखीं अपनी समस्याएं
रेवाड़ी। हरियाणा में कांग्रेस के नवनियुक्त प्रदेशाध्यक्ष राव नरेंद्र सिंह गुरुवार को रेवाड़ी की अनाज मंडी पहुंचे, जहां उन्होंने बाजरा खरीद व्यवस्था का जायजा लिया। इस दौरान उन्होंने मौजूदा सरकार पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि प्रदेश का अन्नदाता आज मजबूर है, क्योंकि 2,775 रुपये प्रति क्विंटल के न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) वाले बाजरे को किसान सिर्फ 1,600 रुपए में बेचने को विवश हैं।
राव नरेंद्र सिंह ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा, “अगर बरसात के कारण बाजरे की गुणवत्ता प्रभावित हुई है, तो सरकार को चाहिए कि वह किसानों को पूरा मुआवजा दे और उनका बाजरा निर्धारित समर्थन मूल्य 2,775 रुपये प्रति क्विंटल पर खरीदकर राहत दे।”
उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार किसानों को समय पर डीएपी खाद उपलब्ध नहीं करा पा रही है और पुलिस के पहरे में खाद वितरण कराना किसानों का अपमान है। इससे किसानों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। खेती में समय पर खाद नहीं पड़ने से फसलें प्रभावित हो रही हैं।
प्रदेशाध्यक्ष बनने के बाद पूर्व मंत्री कैप्टन अजय सिंह यादव की नाराजगी से जुड़े सवाल पर राव नरेंद्र सिंह ने कहा कि ऐसी कोई नाराजगी नहीं है। उन्होंने स्पष्ट किया, “मुझे पार्टी हाईकमान और सभी वरिष्ठ नेताओं की सहमति से प्रदेशाध्यक्ष बनाया गया है। हम सब मिलकर संगठन को मजबूत करेंगे।”
वहीं, आईपीएस अधिकारी वाई. पूरन सिंह की आत्महत्या के मामले पर उन्होंने गहरी संवेदना व्यक्त की और कहा कि “यह बेहद दुखद घटना है। सरकार को इस मामले की निष्पक्ष जांच करवानी चाहिए। प्रदेश में कानून-व्यवस्था की स्थिति लगातार बिगड़ती जा रही है, जिससे आमजन भय के साये में जीने को मजबूर हैं।”
राव नरेंद्र सिंह के इस दौरे को कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने शक्ति प्रदर्शन के रूप में देखा, वहीं स्थानीय किसानों ने भी बाजरा खरीद और मुआवजे को लेकर अपनी समस्याएं उनके सामने रखीं।

Deshbandhu
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