cy520520                                        • 2025-10-8 10:05:44                                                                                        •                views 589                    
                                                                    
  
                                
 
  
 
   बिलासपुर हादसा: समारोह से आ रहे परिवार की आधे रास्ते में रह गईं खुशियां।  
 
  
 
  
 
संजय शर्मा, बरठीं (बिलासपुर)। भल्लू में शुक्र खंड पुल के पास हुए सड़क हादसे में एक ही परिवार के चार सदस्य काल का ग्रास बन गए हैं। इनमें अंजना पत्नी विपिन कुमार, उनके दो बच्चे सात साल का नक्श और चार साल के आरव की मौत हो गई है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें  
 
इसके अलावा विपिन के भाई राजकुमार की धर्मपत्नी कमलेश कुमारी की मौत हो गई। यह सभी मंगलवार सुबह ही घर से कैंची मोड़ स्थित अपने रिश्तेदार के यहां गए थे। रिश्तेदारी में एक समारोह था। वहां समारोह में शरीक होकर वापस आ रहे थे।  
 
  
 
विपिन कुमार और राजकुमार काम पर गए हुए थे, जबकि उनका परिवार समारोह में था। परिवार के सदस्य समारोह में खुशियां बनाकर लौट रहे थे, लेकिन काल ने परिवार की खुशियां पर आजीवन के लिए ग्रहण लगा दिया है। इस परिवार के शेष रहे सदस्यों आजीवन यह सदमा भुलाया नहीं जा पाएगा।  
धड़ाम की आवाज के बाद चीख-पुकार से गूंज रही थी बस  
 
हादसे में सुरक्षित बची 10 साल की आरुषी को एम्स बिलासपुर रेफर कर दिया है। आरुषी ने बताया कि बस सामान्य गति से चल रही थी और शायद दो स्टाप के बाद में उन्हें उतराना था। मैं बस में आगे की ओर बैठी हुई थी।  
 
  
 
पुल के पास पहाड़ी से थोड़ी सी गड़ गड़ और धड़ाम की आवाज से मानों चारों ओर अंधेरा हो गया था। मुझे सिर पर लगी थी, इसलिए पूरी तरह से सुनाई नहीं दे रहा था, लेकिन उस अंधेरे में केवल चीखें ही सुनाई दे रहीं थीं।  
 
मैं भी चीख रही थी, लेकिन बहुत लंबे समय पर मदद के लिए कोई नहीं आ रहा था। बाद में बाहर से आवाजें आने लगी। तब तक बस में भीतर सभी लोग मौन हो गए थे। |   
                
                                                    
                                                                
        
 
    
                                     
 
 
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