पीएसी स्थापना दिवस समारोह- 2025 में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ
राज्य ब्यूरो, जागरण, लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश पीएसी के स्थापना दिवस पर इस बल के जवानों के योगदान को जमकर सराहने के साथ ही प्रदेश की कानून-व्यवस्था को सुधारने में भी पीएसी की भूमिका को उल्लेखनीय बताया है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
लखनऊ में 35वीं वाहिनी पीएसी महानगर में आयोजित पीएसी स्थापना दिवस समारोह- 2025 में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जवानों का उत्साहवर्धन करने के साथ उनको संबोधित भी किया। उन्हाेंने पीएसी बल के स्थापना के 78 गौरवशाली वर्ष के लिए शुभकामनाएं देने के साथ 47 वीं वाहिनी को सर्वोत्तम वाहिनी के रूप में और कृष्ण कुमार मिश्रा को सर्वोत्तम खिलाड़ी के रूप में सम्मानित किया।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि कानून का राज ही उत्तर प्रदेश के लगातार बढ़ते आत्मविश्वास का कारण है। पीएसी के अधिकारियों व जवानों ने देश व राज्य की आंतरिक सुरक्षा की हर चुनौती का जवाब अपने कौशल से दिया है। मुझे स्मरण है संसद पर हुए हमले में पीएसी जवानों ने सभी आतंकवादियों को मार गिराया था।
2001 में हुए संसद पर कायराना आतंकी हमले का जवाब भी उस समय सुरक्षा में लगे 30वीं वाहिनी पीएसी के जवानों ने दिया था। इसके बाद जुलाई 2005 में श्री राम जन्मभूमि अयोध्या परिसर में आतंकी हमलों के दौरान सीआरपीएफ, पीएसी और उत्तर प्रदेश पुलिस ने मिलकर सभी आतंकवादियों को मार गिराया था।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सरकार ने पीएसी में महिलाओं की भागीदारी को बढ़ावा दिया है। पहली बार तीन अतिरिक्त महिला वाहिनियों का गठन किया गया है। पीएसी के 78 वें स्थापना दिवस पर पीएसी महानगर में आयोजित समारोह में मुख्यमंत्री ने कहा कि पीएसी में महिलाओं की तीन और बटालियन तैयार की जा रही हैं। हमारी सरकार ने पीएसी की 46 कंपनियों को पुर्नजीवित किया है। पीएसी में सर्वाधिक 41,893 आरक्षियों की भर्ती की गई है। उन्होंने विभिन्न खेल प्रतियोगिताओं में पदक प्राप्त करने वाले खिलाड़ियों को सम्मानित किया और बधाई दी। उन्हाेंने कहा कि 1,648 प्लाटून कमांडरों की भर्ती की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पीएसी बल प्रदेश में कानून-व्यवस्था के साथ ही आपदा प्रबन्धन व सभी महत्वपूर्ण पर्व त्योहारों और अति विशिष्ट महानुभाव के आगमन व लोकतंत्र के पर्व चुनावी कार्यक्रम में भी अपना महत्वपूर्ण योगदान देते हैं। हमारी सरकार ने पीएसी के 46 कम्पनियों को पुनर्जीवित कर्म करने का काम किया। पीएसी बल को अत्याधुनिक हथियारों, व दंगा नियंत्रण साधनों से सुसज्जित किया गया है। तीन महिला कर्मियों के बटालियन की भी स्थापना की गई है।
उन्हाेंने कहा कि आज उत्तरप्रदेश में राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) भी अपना योगदान दे रही है। पहली बार 480 कुशल खिलाड़ियों की भी भर्ती की गई है,768 पदों पर भर्ती व अधियाचन प्रक्रिया प्रचलित है। 2024 में पुलिस स्मृति दिवस पर खेल बजट को 70 लाख से बढ़ाकर दस करोड़ किया गया है। उत्तरप्रदेश के अंदर सुरक्षा सुशासन का बेहतरीन माहौल हो इसके लिए आठ वर्षों में 2 लाख 19 हजार पुलिस कार्मिकों की भर्ती की गई है। आज पुलिस बल में 44 हजार से अधिक महिला कार्मिक अपना योगदान दे रही हैं।
मॉडर्न पुलिसिंग, साइबर थाना व सेल आज यूपी पुलिस की पहचान बनी है। पुलिस बल में अब टूटे फूटे भवनों की जगह हाई राइज़ भवन बन रहे हैं आज प्रदेश में हमारे पास अत्याधुनिक एफएसएल लैब्स बनकर तैयार है,17 नगर निगम में भी सेफ सिटी के लक्ष्य को प्राप्त किया गया है। आज यहां उत्तरप्रदेश पुलिस पीएसी ने गार्ड ऑफ ऑनर के साथ ही अन्य उत्कृष्ट प्रदर्शन किया। इसके साथ ही वंदेमातरम का गायन किया गया। वंदेमातरम राष्ट्रीय गीत ने आजीदी के समय युवाओं में एक जोश व प्रेरणा दी थी। यहां उस बैंड टीम को भी हृदय से बधाई देता हूं। आप सभी से कहूंगा कि आपका साहस, अनुशासन व कठिन प्रशिक्षण ही आपकी पहचान बनेगा। सरकार आपको आश्वस्त करती है कि आपके सम्मान व संसाधनों के लिए हमेशा खड़ी रहेगी। |